गांधी परिवार पर पीएम मोदी के हर हमले का शरद पवार ने दिया जबाव

गांधी परिवार पर पीएम मोदी के हर हमले का शरद पवार ने दिया जबाव

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपनी सभाओं में “एक परिवार ने देश का नुकसान किया” का उल्लेख किये जाने पर नाराज़ हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने गांधी परिवार की ढाल बनकर एक एक हमले का कड़ा जबाव दिया है।

शरद पवार ने कहा कि गांधी परिवार ने देश के लिए बलिदान दिया है, आज भी सोनिया और राहुल गांधी गरीबों के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री कैसे कह सकते हैं कि एक परिवार ने देश को नुकसान पहुंचाया है।

शरद पवार ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और उनके बेटे और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की जमकर तारीफ की तो वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। शरद पवार ने कहा कि लोगों को गर्व होना चाहिए कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की नृसंश हत्या के बावजूद उन लोगों ने गरीबों की सेवा जारी रखी।

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सतारा जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पवार ने गांधी परिवार को लगातार निशाना बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की।

उन्होंने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने ब्रिटिश शासन में कई साल जेल में बिताए। इंदिरा गांधी मारी गईं। राजीव गांधी मारे गए। हमें गर्व होना चाहिए कि इन दो हत्याओं के बावजूद सोनिया गांधी और राहुल गांधी गरीबों की सेवा करना जारी रखे हुए हैं। लेकिन प्रधानमंत्री सिर्फ एक परिवार द्वारा (देश को) बर्बाद किए जाने का जिक्र करते हैं।

पवार ने कहा, ‘गुजरात में आप (मोदी) सत्ता में थे। वहां निर्दोष लोग मारे गए। आपने वहां क्या किया? लोगों को जला दिया गया, लेकिन आपने कुछ नहीं किया।’

पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने कहा कि इंदिरा गांधी जिन्होंने गरीबों के विकास के लिए सत्ता का उपयोग किया। उनकी हत्या हुई। उसके बावजूद उस परिवार ने कभी चिंता नही की। उसके बाद राजीव गांधी ने पूरे देश को आधुनिकता का विचार दिया।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी भाषणों में कई बार गांधी परिवार को निशाने पर लेते रहे है। पीएम ने कई बार जिक्र किया है कि एक परिवार के कारण देश की गरीब जनता का विकास नहीं हो पाया है।

पीएम मोदी अपनी रैलियों में गांधी परिवार के 48 साल के शासन और अपने 48 महीने के शासन की तुलना करने की बात अक्सर कहते हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच जुबानी जंग देखने को मिली थी।

गौरतलब है कि साल 1999 में शरद पवार ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस से अलग होकर एनसीपी का गठन किया था। शरद पवार को तब पीए संगमा और तारिक अनवर का भी साथ मिला था।

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