गांधी जयंती पर गोडसे का गुणगान: कांग्रेस ने पूछा “आखिर क्यों चुप है मोदी सरकार”
नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर सोशल मीडिया पर नाथूराम गोडसे की तारीफ़ को लेकर आज कांग्रेस ने मोदी सरकार पर कड़े प्रहार किये। कांग्रेस ने मोदी सरकार से इस मामले में खमोशी की वजह भी पूछी है।
शुक्रवार को कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार ने ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाही क्यों नहीं की जिन्होंने गांधी जयंती पर बापू के हत्यारे की तारीफ़ में सोशल मीडिया पर कंटेंट शेयर किये।
मनीष तिवारी ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि गांधी जयंती के दिन सोशल मीडिया पर ‘नाथूराम अमर रहे’ ट्रेंड कर रहा था। उन्होंने कहा, “ये लोग कौन हैं? ये ताकतें कौन हैं? इसके पीछे कौन हैं जो गांधीजी की हत्या पर खुशी मनाकर उनका अपमान करना चाहते हैं? सरकार क्यों नहीं इस मामले का खुद से संज्ञान ले रही है?”
मनीष तिवारी ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि सरकार सोशल मीडिया से अपमानजनक और निंदात्मक सामग्री हटाने के लिए सोशल मीडिया कंपनियों को दिशानिर्देश देने में अतिसक्रिय रहती है।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, “हम मांग करते हैं कि जो भी राष्ट्रपिता का अपमान कर रहा है, उसे जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।” उन्होंने मोदी सरकार से सवाल किया कि क्या सरकार इसकी जांच करेगी कि ऐसी कौन सी शक्तियां हैं, जो महात्मा गांधी के हत्यारे के संदर्भ में ये बात कह रहे थे कि नाथूराम गोडसे अमर रहे? सरकार ने अभी तक इस चीज का संज्ञान क्यों नहीं लिया?
हाल की कई घटनाओ का ज़िक्र करते हुए मनीष तिवारी ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि चेन्नई में प्रधानमंत्री का वक्तव्य लाइव नहीं चलाने पर दूरदर्शन के एक अधिकारी को निलंबित कर दिया जाता है।
तिवारी ने डा कफील का मामला उठाते हुए कहा कि “उत्तर प्रदेश में एक डॉक्टर जिसे 8 महीने जेल में रखने के बाद जब एक जांच समिति पूरी तरह से उन्हें निर्दोष पाती है, तो उसके ऊपर एक और जांच बैठा दी जाती है।”
उन्होंने कहा कि देश के नामी बुद्धिजीवी जब प्रधानमंत्री को मॉब लिंचिंग के खिलाफ खत लिखते हैं तो उनके ऊपर फौजदारी की कार्यवाही दर्ज कर दी जाती है।आखिर ये मुल्क किस तरफ जा रहा है।
मनीष तिवारी ने कहा कि देश के लोगों को इस चीज को बहुत गंभीरता से संज्ञान में लेना चाहिए, इस पर सोचना चाहिए कि पिछले 4 महीने में जबसे ये एनडीए-बीजेपी की सरकार बनी है, ये देश किस तरफ जा रहा है?
मनीष तिवारी ने इतिहास को साक्ष्य बताते हुए कहा कि इतिहास का पन्ना पटलने की कोशिश नहीं की जा रही है, बल्कि इतिहास को दोबारा लिखने की कोशिश की जा रही है और जिस-जिस हुकमरान ने देश का इतिहास दोबारा लिखने की कोशिश की है, उसके परिणाम अच्छे नहीं हुए हैं।
उन्होंने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है। समय जरूर लगता है, पर समय आ जाता है और जो देश की बुनियाद है, जिस विचार पर इस देश की संरचना की गई है, अगर कोई उसको तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश करता है, तो ना ही लोग, ना आवाम और ना ही इतिहास उसको माफ करता है।
गौरतलब है कि दो अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के दिन ट्विटर पर नाथूराम गोडसे काफी देर तक ट्रेंड में रहा। इतना ही नहीं फेसबुक पर भी बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की तारीफ़ वाले पोस्ट दिखाई पड़े।