गहराई से: 2019 के चुनाव से पहले मंदिर मुद्दा गर्माने की कवायद, भागवत ने कही ये बात
नई दिल्ली। 2019 के आम चुनावो का समय जैसे जैसे करीब आता जा रहा है, वैसे वैसे बीजेपी और संघ इस मुद्दे को गर्माने के लिए तरह तरह के बयान दे रहे हैं। अब संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर निर्माण जल्द शुरू करने को लेकर सख्त रुख दिखाया है।
गुरुवार को संघ मुख्यालय नागपुर में आरएसएस की ओर से विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम में संघ प्रमुख ने राममंदिर को लेकर साफ कहा कि संघ अब और लंबा इंतजार नहीं करना चाहता। मोहन भागवत ने कहा कि किसी भी रास्ते से राम मंदिर का निर्माण जरूर होना चाहिए, इसके लिए सरकार को कानून लाना चाहिए।
संघ प्रमुख ने कहा कि राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं हैं, बल्कि पूरे देश के हैं। हिंदू-मुस्लिम दोनों के लिए आदर्श हैं। संविधान की प्रति में भगवान राम का चित्र है। उन्होंने कहा कि किसी भी मार्ग से बने लेकिन उनका मंदिर बनना चाहिए. सरकार को इसके लिए कानून लाना चाहिए।
भागवत ने कहा कि अगर राम मंदिर बनता है तो देश में सद्भावना का माहौल बनेगा। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि इनकी सत्ता है फिर भी मंदिर क्यों नहीं बना, वोटर सिर्फ एक ही दिन का राजा रहता है।
उन्होंने कहा कि राममंदिर किसी भी कीमत पर चाहिए। ऐसे में अगर सरकार राममंदिर के लिए कानून नहीं लाती है तो सबरीमाला मामले पर भागवत का ये कहना कि धर्म से जुड़े मामले पर धर्माचार्यों की राय के बाद ही कोई फैसला लिया जाना चाहिए, वो बदलाव की बात को समझते हैं।
गौरतलब है कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद से जुड़ी विवादित जमीन के मालिकाना हक को लेकर चल रहे मामले की सुप्रीम कोर्ट में 29 अक्टूबर से नियमित सुनवाई शुरू हो रही है। वहीँ कहा जा रहा है कि अगले आम चुनाव मार्च 2019 से अप्रेल 2019 के बीच सम्पन्न हो सकते हैं।
ऐसे में सुप्रीमकोर्ट का फैसले का हवाला देकर साढ़े चार साल तक खामोश बैठने वाले बीजेपी और संघ यदि अचानक कानून बनाकर राम मंदिर निर्माण की बातें शुरू कर रहे हैं तो इसका मतलब साफ़ है कि 2019 के चुनाव में बीजेपी के लिए राम मंदिर प्रमुख मुद्दा हो सकता है।