गडकरी के तीर से घायल हुई मोदी सरकार, विपक्ष ने संभाला मोर्चा
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नए बयान से विपक्ष को एक बार फिर मोदी सरकार को आईना दिखाने का मौका मिल गया है। रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने झूठे वादों को लेकर सार्वजनिक रूप से बड़ा बयान दिया था।
नितिन गडकरी ने कहा था कि सपने वही दिखाओ जो पूरे हो सकें वरना जनता सपने पूरे नहीं होने पर नेताओं की पिटाई करती है। उन्होंने यह भी कहा कि “सपने दिखाने वाले नेता लोगों के अच्छे लगते हैं, पर अगर दिखाए हुए सपने पूरे नहीं किए तो जनता उनकी पिटाई भी करती है। मैं सपने दिखाने वाले नेताओं में से नहीं हूं, मैं जो बोलता हूं वो 100 फीसदी डंके की चोट पर पूरा होता है।”
झूठे वादे करने वाले नेताओं को लेकर नितिन गडकरी के बयान को विपक्ष ने हाथो हाथ लिया है। नितिन गडकरी के बयान के बाद कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि गडकरी जी हम समझ गए कि आपका निशाना किधर है। प्रियंका यहां मोदी सरकार में किए गए वादे पूरा न होने की ओर इशारा करते हुए गडकरी के बयान के बहाने बीजेपी को घेरा।
वहीँ गडकरी के बयान पर आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन( AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी गडकरी के बयान के बाद ट्वीट कर कहा कि गडकरी बड़ी चतुराई से पीएम मोदी को आईना दिखा रहे हैं।
गौरतलब है कि नितिन गडकरी का नाम 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम के पद के लिए उछाला जा चूका है। इसके बाद गडकरी के कई बयानों ने सरकार और बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया है।
इससे पहले भी अपने एक बयान में गडकरी ने कहा था कि हमें विश्वास था कि हम सत्ता में नहीं आने वाले हैं। इसी वजह से चुनाव में बड़े-बड़े वादे किए जिससे अगर हम सत्ता में नहीं आए तो हम जिम्मेदार नहीं होंगे. मराठी कार्यक्रम दिए गए इस बयान के दौरान गडकरी फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर के साथ बातचीत कर रहे थे।
नितिन गडकरी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की करारी हार को लेकर बड़ा बयान दे चुके हैं। उन्होंने पार्टी नेतृत्व का नाम लिए बिना कहा कि जीत की तरह पराजय की भी ज़िम्मेदारी ली जानी चाहिए।
इतना ही नहीं नितिन गडकरी ने हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की तारीफ़ भी की थी। गौरतलब है कि हाल ही में नितिन गडकरी का नाम 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर भी उछाला गया था।