क्लीन चिट: राष्ट्रमंडल खेल से जुड़े फैसलों में मनमोहन सिंह की कोई भूमिका नहीं- संसदीय समिति
नई दिल्ली। संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) ने दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा तत्कालीन प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की संलिप्तता नहीं पाई है।
पीएसी के अध्यक्ष के. वी. थॉमस ने मंगलवार को कहा, “कमेटी ने अपनी जांच में पाया है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या पीएमओ ने नियमों के विरुद्ध कुछ भी नहीं किया था।”पीएसी बुधवार को अपनी रिपोर्ट संसद में पेश करने वाली है।
थॉमस ने अपने आवास के बाहर पत्रकारों से कहा, “आपको कल (बुधवार को) पूरी रिपोर्ट मिल जाएगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री के खिलाफ कुछ भी नहीं है।” थॉमस ने कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी, जिसमें फैसले लिए गए थे और जब बैठक के मिनिट्स आए तो तत्कालीन खेल मंत्रालय ने कहा कि बैठक में लिए गए फैसलों की भावना मिनिट्स में परिलक्षित नहीं हुई है।
उन्होंने कहा, “ऐसा कुछ भी नहीं है, जो मनमोहन सिंह या पीएमओ के खिलाफ हो।” थॉमस ने कहा कि रिपोर्ट के निष्कर्ष पर सर्वसम्मति है। उन्होंने साथ ही बताया कि 24 सदस्यीय पीएसी में केवल चार सदस्य कांग्रेस के हैं जबकि 12 सदस्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं। बीते तीन वर्षों के दौरान थॉमस की अध्यक्षता में पीएसी अब तक 73 रिपोर्ट पेश कर चुकी है और 74वीं रिपोर्ट बुधवार को पेश किया जाएगी। उन्होंने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम मामले की पीएसी रिपोर्ट 31 अप्रैल से पहले संसद में पेश की जाएगी, जो मौजूदा कमेटी के कार्यकाल का अंतिम दिन है।