क्या 2019 से पहले विभाजन की तरफ बढ़ रही है बीजेपी?
नई दिल्ली। बिहार से जुड़े तीन कद्दावर नेताओं शत्रुघ्न सिन्हा, यशवंत सिन्हा और कीर्ति आज़ाद को लेकर कयासों और चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। ये तीनो ही नेता एक ही पार्टी और एक ही राज्य से ताल्लुक रखते हैं।
जब भारतीय जनता पार्टी की कमान अमित शाह के हाथो में आयी तो पार्टी में 65 वर्ष से अधिक के धुरंधरों को आराम पर भेज दिया गया। इसमें लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा जैसे वे कद्दावर नेता शामिल हैं जो कभी वाजपेयी सरकार के नवरत्नों में गिने जाते थे।
सूत्रों की माने तो अब बीजेपी के अंदर बगावत की चिंगारी फूट चुकी है। सूत्रों ने कहा कि इस बार बीजेपी के विभाजन का गवाह बिहार बनेगा। बिहार ताल्लुक रखने वाले तीन कद्दावर नेता पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की जुगलबंदी से संतुष्ट नहीं है।
सूत्रों ने कहा कि पिछले दिनों देश की अर्थव्यवस्था को लेकर बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा द्वारा पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली पर किये गए हमले इस बात के बड़े संकेत हैं कि ुंक्त तीनो नेता पार्टी द्वारा नजरअंदाज किये जाने को और बर्दाश्त करने की स्थति में नहीं हैं।
सूत्रों ने कहा कि बीजेपी सांसद कीर्ति आज़ाद को बीजेपी से निलबित किया जा चुका है, बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा कई बार पार्टी और सरकार को खुला चेलेंज दे चुके हैं, वहीँ यशवंत सिन्हा मोदी सरकार पर हमले का कोई मौका खाली नहीं जाने दे रहे।
सूत्रों ने कहा कि यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा और कीर्ति आज़ाद की कई मुद्दों पर विचारधाराएं मेल खाती हैं। जब बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने अर्थ व्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया तो उसका शत्रुघ्न सिन्हा ने समर्थन किया। वहीँ कीर्ति आज़ाद ने एक सभा में कहा कि उन्होंने वित्तमंत्री अरुण जेटली के खिलाफ आवाज़ उठायी तो जांच कराये जाने की जगह उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया।
सूत्रों ने कहा कि अभी यह कहना जल्दबाज़ी होगी कि बिहार के ये तीन लाल मिलकर नई पार्टी बनाएंगे या किसी पार्टी में शामिल होंगे लेकिन इतना तय है कि 2019 के आते आते बिहार में बड़े स्तर पर राजनैतिक समीकरण बदल जायेंगे।
सूत्रों ने कहा कि ऐसी संभावनाएं बनती दिख रही हैं कि यदि गुजरात में बीजेपी का पतन हुआ तो पार्टी के ऐसे कुछ और नेता भी खुलकर सामने आएंगे जो पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी की जुगलबंदी से खुश नहीं हैं।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए उसे “वन मैंन शो टू मैंन आर्मी” की संज्ञा दी थी। वहीँ यशवंत सिन्हा ने हाल ही में एक दो बार नहीं बल्कि कई बार मोदी सरकार पर हमले बोले हैं।