क्या बीजेपी-जदयू गठबंधन के बाद इन दलों को छोड़ देगी बीजेपी ?

क्या बीजेपी-जदयू गठबंधन के बाद इन दलों को छोड़ देगी बीजेपी ?

नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए जनता दल यूनाइटेड और बीजेपी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अभी कयास लगाए जा रहे हैं। अभी आधिकारिक तौर पर यह पुष्टि नहीं हुई है कि 2019 में जदयू और बीजेपी कितनी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।

वहीँ सूत्रों के मुताबिक बिहार में बीजेपी नीतीश कुमार की शर्त पर रामविलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा को अकेला छोड़ सकती है। सूत्रों की माने तो बीजेपी और जदयू के बीच 2019 के आम चुनावो के लिए सीटों की डील तय हो चुकी है।

वहीँ यह भी दावा किया जा रहा है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से बीजेपी 20 पर और जदयू 20 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। यदि मीडिया में आ रही खबरों को सही माना जाए तो यह भी तय है कि बीजेपी 2019 के चुनाव में लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी से किसी तरह का कोई गठबंधन करने से किनारा कर सकती है।

यदि ऐसा हुआ तो लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के समक्ष दो ही रास्ते बचेंगे। या तो ये दोनों पार्टियां अकेले दम पर चुनाव लड़ें या कांग्रेस- आरजेडी के साथ महागठबंधन में शामिल हों।

जानकारों की माने तो राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की आरजेडी से बढ़ती नजदीकियों को देखकर कहा जा सकता है कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को इस बात का अंदाजा पहले ही हो गया था कि बीजेपी उन्हें अंतिम समय पर दगा दे सकती है। इसलिए उन्होंने पहले से विकल्प खुला रखा है।

वहीँ जानकारों के मुताबिक दूसरी स्थति में बीजेपी लोकजनशक्ति पार्टी को अपनी सीटों में से दो सीटें तक ऑफर कर सकती है। संभावना है कि लोकजनशक्ति के अध्यक्ष रामविलास पासवान को यह डील कभी मंजूर नहीं होगी।

ऐसे हालातो में बिहार में एनडीए का आकर छोटा होने और बीजेपी के खिलाफ विद्रोह होने की पूरी संभावना है। फिलहाल देखना है कि बीजेपी या जदयू की तरफ से आधिकारिक तौर पर सीटों के बंटवारे का एलान कब होता है और इसमें किसे कितनी सीटें दी जाती हैं।

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TeamDigital