क्या बजरंगदल जैसे कटटरपंथी संगठनों के आगे विवश है प्रदेश सरकार !
ब्यूरो (राजा ज़ैद खान) । उत्तर प्रदेश में आजकल जो कुछ हो रहा है वह अब किसी से छिपा हुआ नहीं है । यहाँ दो हिंदूवादी संगठन बजरंगदल और विहिप, आत्म रक्षा के नाम पर हथियारों के ट्रेंनिंग कैम्पों का संचालन कर रहे हैं ।
प्रदेश के ख़ुफ़िया विभाग को बजरंगदल के ट्रेनिंग कैम्पों के बारे में मालूम न हो ऐसा मुमकिन नहीं है लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार की तरफ से इन कैम्पों के उपर कोई कार्यवाही न किये जाने से पूरा मामला बेहद रहस्यमयी बनता जा रहा है ।
बजरंग दल ने आत्म रक्षा के नाम पर फैज़ाबाद में लगाए गए ट्रेनिंग कैम्प में अपने स्वयं सेवको को हथियार चलाने की टर्निंग दी थी इतना ही नहीं स्वयंसेवको को यह भी बताया गया कि उन्हें खतरा किसी और से नहीं बल्कि देश के मुसलमानो से है इसलिए ट्रेनिंग के दौरान नकली लड़ाई में दुश्मन के तौर पर नमाज़ की टोपी लगाए कुछ स्वयंसेवकों को खड़ा कर दिया गया । इशारा साफ़ था कि यदि दंगा हो तो मुसलमानो को कैसे निशाना बनाना है ।
हालाँकि यह मामला प्रकाश में आने के बाद जब इस मामले में स्थानीय मुसलमानो ने पुलिस में शिकायत की तथा मीडिया ने इस पर खबर दिखाई तो आनन फानन में प्रदेश सरकार ने कैम्प के आयोजक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन क्या बजरंग दल के एक छोटे से कार्यकर्त्ता को जेल भेज देने से ट्रेनिंग के मकसद और कार्यकर्ताओं की सोच में कोई परिवर्तन आएगा ?
यह सवाल ठीक वैसा ही है जैसे 1992 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कोर्ट को बाबरी मस्जिद की रक्षा करने का वादा किया था और उन्ही की देखरेख में बाबरी मस्जिद गिरा दी गई ।
बजरंग दल का ट्रेनिंग कैम्प कार्यक्रम फैज़ाबाद में ही ख़त्म नहीं हुआ बल्कि नोएडा में भी उसकी पुनरावृत्ति हुई । सूत्रों के अनुसार इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में भी वही सब कुछ दोहराया गया जो फैज़ाबाद में किया गया । बजरंग दल यह तैयारी क्यों कर रहा है ? वह अपने स्वयंसेवको को हथियार चलाने की ट्रेनिंग क्यों दे रहा है ? बजरंगदल को किससे खतरा है ? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जबाव प्रदेश सरकार और ख़ुफ़िया एजेंसियों को ढूंढना है ।
जिस प्रदेश में सरकार एक AIMIM जैसी राजनैतिक पार्टी के नेता सांसद असदुद्दीन ओवैसी को सभा करने की अनुमति नहीं देती वहां किन परिस्थतियों के चलते बजरंग दल को हथियार चलाने के ट्रेनिंग कैम्प आयोजित करने की अनुमति दी गई है ।
अब विहिप की महिला विंग दुर्गा वाहिनी की सदस्यों वाराणसी के वीएचपी कार्यालय के क़रीब भारतीय शिक्षा मंदिर नामक स्कूल में दिए जा रहा है | पुलिस ने इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का निरीक्षण किया है | पुलिस को कथित तौर मिली सूचना कि, विश्व हिंदू परिषद की महिला विंग द्वारा आयोजित शिविर में महिलाओं को हथियार बांटे जा रहे हैं, के बाद स्कूल का दौरा किया।