क्या टूट जायेगा एनडीए: एससी /एसटी एक्ट पर पासवान को मिला नीतीश का साथ
नई दिल्ली। एससी/ एसटी एक्ट को पुराने स्वरुप में वापस लाने की मांग कर रही केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी को अब नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड का साथ मिल गया है।
जनता दल यूनाइटेड ने लोक जनशक्ति पार्टी की मांग का समर्थन करते हुए एससी/एसटी एक्ट को पुराने स्वरुप में वापस लाने की मांग का समर्थन किया है। एनडीए के दो घटकदलो के साथ आने से अब मोदी सरकार पर दबाव बढ़ गया है।
लोक जनशक्ति पार्टी के समर्थन में जदयू के आने के बाद ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि यदि सरकार ने लोक जनशक्ति पार्टी की मांग को नहीं माना तो वह भी टीडीपी की तरह एनडीए से नाता तोड़ सकती है।
हालाँकि कल लोकजनशक्ति के सांसद और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने कहा था कि हम फिलहाल टीडीपी जैसा कदम उठाने का नहीं सोच रहे लेकिन चिराग पासवान ने साफ़ शब्दों में यह भी कहा कि उन्होंने भाजपा को समर्थन मुद्दों के आधार पर दिया है।
चिराग ने कहा कि आज जो परिस्थिति बनी है उसको लेकर चिंता है. सुप्रीम कोर्ट ने जो एससी एसटी कानून में बदलाव किया है उससे कानून दंत हीन और कमजोर हो गया है।
वहीँ आज इस मुद्दे पर चिराग पासवान के सुर में सुर मिलाते हुए जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा, पीएम मोदी और सभी वरिष्ठ मंत्री कह चुके हैं एससी/एसटी एक्ट में बदलाव नहीं होगा, फिर समस्या कहां आ रही हैं।
उन्होंने कहा, इस मुद्दे पर हम लोक जनशक्ति पार्टी के साथ हैं। सरकार या संसद के इसी सत्र में संशोधन बिल लाए या फिर अध्यादेश लेकर आए। उन्होंने कहा कि एके गोयल ने जिस तरह से फ़ैसला सुनाया था, उससे दलितों में संदेश ठीक नहीं गया है।
वहीँ यह भी कहा जा रहा है कि रामविलास पासवान और नीतीश कुमार कभी भी एनडीए छोड़कर बीजेपी को झटका सकते हैं। पिछले दिनों नीतीश कुमार और राम विलास पासवान के बीच हुई मुलाकात को माना जा रहा है कि दोनों के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर बातचीत हो चुकी है।
फिलहाल देखना है कि एससी/एसटी एक्ट में बदलाव से पैदा हुई रार अगले कुछ दिनों में क्या टर्न लेती है। पासवान और नीतीश एनडीए में बने रहेंगे या एन चुनाव से पहले बीजेपी को झटका देंगे ? इसका खुलासा अगले कुछ दिनों में सम्भव है।