कैग रिपोर्ट पर कांग्रेस का सवाल: पीएम मोदी बताएं देश की सीमाएं सुरक्षित हैं या नहीं
नई दिल्ली। रक्षा संसाधनों पर कैग रिपोर्ट में सेना के लिए गोला बारूद की कमी पर कांग्रेस ने कहा है कि एक तरफ पाकिस्तान सीमाओं पर हर दिन गोलीबारी कर रहा है और चीन सीमा पर दोनों सेनाएं आमने-सामने खड़ी हैं, ऐसे प्रधानमंत्री देश को आश्वस्त करें कि देश की सीमाओं पर सुरक्षा की पूरी तैयारी है।
उन्होंने कहा, ‘सरकार कहती है कि कमी पूरी कर दी गई है। तीन साल पहले मैं भी संसद की रक्षा से जुड़ी स्थायी समिति में था, लिहाजा मुझे जानकारी है कि कमी थी। ऐसे में जैसा रिपोर्ट में कहा गया है तो विषय गंभीर है।सरकार सिर्फ बोलती है, अपना काम नहीं करती है।’
आनंद शर्मा ने एक बार फिर पार्टटाइम रक्षा मंत्री का मामला उठाया। उनका कहना है कि देश की रक्षा से जुड़े मुद्दों को राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए लेकिन जब चीन और पाकिस्तान को लेकर तनाव है ऐसे में वित्त मंत्री अरुण जेटली अपने मंत्रालय के साथ अन्य मंत्रालय भी देखेंगे। ऐसे में स्थायी रक्षा मंत्री के लिए कदम उठाने चाहिए।
बता दें कि नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय सेना के पास अपर्याप्त गोला-बारूद होने की बात कही है। शुक्रवार को संसद में पेश की गयी नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि यदि पड़ोसी मुल्कों से जंग की स्थिति पैदा हुई तो भारत के पास 10 दिन लगातर लड़ने के लिए नाकाफी आर्मामेंट हैं।
बीते शुक्रवार को संसद में पेश की गयी नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि यदि पड़ोसी मुल्कों से जंग की स्थिति पैदा हुई तो भारत के पास 10 दिन लगातर लड़ने के लिए नाकाफी आर्मामेंट हैं।
सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय सेना के पुराने आर्मोमेंट रिकॉर्ड को बताते हुए उसकी बड़ी कमजोरी को पेश किया। दरअसल, सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक आर्मी हेडक्वॉर्टर ने 2009 से 2013 के बीच खरीदारी के जिन मामलों की शुरुआत की, उनमें अधिकतर जनवरी 2017 तक पेंडिंग थे।
CAG रिपोर्ट में 2013 से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की ओर से सप्लाई किए जाने वाले गोला-बारूद की गुणवत्ता और मात्रा में कमी पर जोर दिया, लेकिन बेहद सोचनीय स्थिति ये है कि इतनी बड़ी लापरवाही पर सेना का कोई ध्यान नहीं गया। वहीं, पॉड्क्शन टारगेट में भी कोई खास तरक्की देखने को नहीं मिली।