कीर्ति आजाद ने थामा कांग्रेस का हाथ, राहुल गाधी ने कराई सदस्यता ग्रहण
नई दिल्ली। लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी से नाराज चल रहे पूर्व क्रिकेटर और नेता कीर्ति आजाद ने आखिर भाजपा को छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कीर्ति आजाद को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।
भारतीय जनता पार्टी ने कीर्ति आजाद को वरिष्ठ पार्टी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी के आरोप में निलंबित कर दिया था। कीर्ति 16वीं लोकसभा में बिहार के दरभंगा से सांसद, वे तीसरी बार भाजपा से सांसद चुने गए हैं। लेकिन भाजपा में पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते इस बार उन्हें पार्टी से निकाला जा चुका है। कीर्ति पूर्व क्रिकेटर भी हैं और वे 1983 में विश्वकप जीतने वाली क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
इससे पहले कीर्ति आज़ाद की कांग्रेस में शामिल होने की रस्म अदायगी पुलवामा हमले के कारण टाल दी गयी थी। पुलवामा हमले के बाद कांग्रेस ने अपने सभी राजनैतिक कार्यक्रम तीन दिनों के लिए स्थगित कर दिए थे। हालाँकि कीर्ति आज़ाद की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात अवश्य हो गयी थी।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भगवत झा आज़ाद का बेटा होने के कारण यूँ तो कीर्ति आज़ाद के परिवार का कांग्रेस से पुराना रिश्ता रहा है। इसलिए बीजेपी छोड़ने की शर्त पर कांग्रेस उनके लिए उचित विकल्प माना जा रहा है।
कीर्ति आज़ाद के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बिहार में फिर से जमाने की कोशिश कर रही कांग्रेस को हालाँकि कोई बड़ा लाभ नहीं होगा लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि कीर्ति आज़ाद बिहार में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल किये जा सकते हैं।
जानकारों की माने तो कांग्रेस बिहार के अलावा दिल्ली में भी कीर्ति आज़ाद को आज़मा सकती है। कीर्ति आज़ाद दिल्ली के गोल मार्किट से विधायक रह चुके हैं। इस सीट पर दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित भी चुनाव लड़ चुकी हैं।
चूँकि दिल्ली में कांग्रेस ने एक बार फिर नेतृत्व परिवर्तन कर शीला दीक्षित को पार्टी की कमान सौंपी है इसलिए ये कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस कीर्ति आज़ाद को बिहार की जगह दिल्ली की किसी सीट से चुनाव लड़ा सकती है।