किसान मार्च: संसद मार्ग पर डटे किसान, राहुल गांधी भी होंगे शामिल !
नई दिल्ली। किसानो के लिए कर्जमाफी, फसल की उचित कीमत, गन्ने के बकाये का भुगतान और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर आज दूसरे दिन किसानो ने दिल्ली के राम लीला मैदान से संसद मार्ग तक मार्च किया।
संसद की तरफ बढ़ रहे किसानो को पुलिस ने संसद मार्ग पर रोक लिया है और इस समय हज़ारो किसान संसद मार्ग पर डटे हैं। इस बीच खबर है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी किसानो के इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले कल देशभर से हज़ारो किसान दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने सर्दी होने के बावजूद दिल्ली के रामलीला मैदान में पूरी रात गुजारी और आज किसानो से संसद घेरने के कार्यक्रम के तहत रामलीला मैदान से संसद मार्ग की तरफ मार्च किया।
ये चाहते हैं किसान:
सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाकर बीते दिनों किसान संसद की तरफ से पारित दो अहम विधेयकों को पास कराए। पहला कानून किसानों को एक बार में पूरी तरह से ऋण मुक्त किया जाए। दूसरा कृषि उपज का उचित और लाभकारी मूल्य से जुड़ा है। इसमें किसानों की आय फसल की लागत का डेढ़ गुना करने का प्रावधान है।
किसानो के दो दिवसीय विरोध प्रदर्शन को देश के कई किसान संगठनों के अलावा देश के 21 राजनैतिक दलों का समर्थन प्राप्त है। इस प्रदर्शन की अगुवाई अखिल भारतीय किसान मुक्ति मोर्चा (एआईकेसीसी) कर रहा है।
इससे पहले कल एआईकेसीसी के संयोजक वीएम सिंह ने कहा, ‘हमने अपने एजेंडे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। हमने उन्हें बताया है कि कुछ मुख्यमंत्री और एनडीए के साझेदारों ने विधेयक को अपना समर्थन दिया है। मुख्यमंत्रियों में नारा चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार शामिल हैं। 21 पार्टियां इसपर राजी हुई हैं।’
उन्होंने कहा कि हम दोनों विधेयकों को प्राइवेट मेंबर बिल के तौर पर संसद में पेश करेंगे। यदि मोदी सरकार जीएसटी विधेयक के लिए विशेष सत्र बुलाकर उसे आधी रात को पास कर सकती है तो वह किसानों के लिए ऐसा क्यों नहीं कर सकती है।