कासगंज: तिरंगा यात्रा के नाम पर भगवागीरी बनी दंगे की वजह
नई दिल्ली। कासगंज को साम्प्रदयिकता की आग में झौंकने के पीछे एक बड़ा कारण जो उभर कर सामने आया है वह वंदे मातरम के नारे नहीं बल्कि मुस्लिम विरोधी नारो के साथ साथ तिरंगा यात्रा की आड़ में भगवागीरी है।
कल गणतंत्र दिवस के अवसर पर विधार्थी परिषद ,बजरंगदल तथा हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली गयी तिरंगा यात्रा के दौरान अब्दुल हमीद चौक पर उस समय तनाव पैदा हो गया था जब तिरंगा यात्रा में भगवा झंडा लहराया गया। इतना ही नहीं तिरंगा यात्रा में शामिल युवको ने मुस्लिम विरोधी नारे भी लगाए थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि तिरंगा यात्रा में शामिल लोगों में से कुछ लोग मुस्लिम विरोधी नारे लगा रहे हैं और तिरंगा यात्रा को उसी इलाके से निकालने की बात कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार इस इलाके के मुस्लिमो ने भी गणत्रंत दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण का आयोजन किया था तथा कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सभी समुचित व्यवस्थाएं की गयीं थीं लेकिन तिरंगा यात्रा लेकर पहुंचे लोगों ने माहौल खराब कर दिया।
एक स्थानीय वकील ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि तिरंगा यात्रा में शामिल लोगों को हमने अपने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कहा था। लेकिन उन्होंने नारे लगाए “हिंदी हिन्दू हिंदुस्तान, कटुए जाओ पाकिस्तान”, इसके बाद माहौल में तनाव पैदा हुआ।
उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा में शामिल लोग वहां भगवा फहराने के लिए दबाव डाल रहे थे। उन्होंने कहा कि यहाँ से जाने के बाद तिरंगा यात्रा में शामिल लोगों ने शहर के अन्य इलाको में तोड़फोड़ की।
स्थानीय लोगों की माने तो कासगंज में हुए दंगे के पीछे बड़ी साजिश है। लोगों का कहना है कि जानबूझकर तिरंगा यात्रा को मुस्लिम इलाको में इसलिए घुसाया गया जिससे भीड़ से मुस्लिम विरोधी नारे लगाकर मुस्लिम समुदाय को भड़काया जा सके।
फ़िलहाल इलाके में कर्फ्यू लगा हुआ है। एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं। पुलिस के आला अधिकारी इलाके में कैम्प कर रहे हैं। इसके बावजूद स्थति तनावपूर्ण बनी हुई है।
कासगंज की घटना के बाद पहला अहम सवाल यह है कि क्या तिरंगा यात्रा निकाले जाने की पुलिस को जानकारी थी ? यदि हाँ तो तिरंगा यात्रा के साथ पुलिस बल मौजूद क्यों नहीं था ? वहीँ दूसरा अहम सवाल भगवा झंडे को लेकर उठ रहा है। तिरंगा यात्रा में भगवा झंडा क्यों फहराया गया ? सबसे बड़ा और अहम सवाल यह है कि भगवा झंडा फहराने वाला शख्स कौन था ? वह किस संगठन से जुड़ा था ?