कानून बनाकर राम मंदिर निर्माण पर बीजेपी का यूटर्न, कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगी बीजेपी
हैदराबाद। संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा हाल ही में कानून बनाकर राम मंदिर निर्माण को लेकर दिए गए सुझाव से बीजेपी ने यूटर्न ले लिया है। बीजेपी ने कहा है कि वह राम मंदिर निर्माण के लिए प्रतिवद्ध है लेकिन कोर्ट के फैसले का इंतज़ार करेगी।
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिंह राव ने शनिवार को कहा कि भाजपा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध है और वह इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार करेगी।
यहां संवाददाताओं के साथ बातचीत में राव ने कहा कि नेताओं के एक वर्ग की मंदिर पर एक अध्यादेश लाने की मांग थी। उन्होंने कहा कि पार्टी लोगों की भावनाओं को समझती है।
उन्होंने बताया, ‘जहां तक भगवान राम के लिए भव्य मंदिर के निर्माण का मुद्दा है तो हमारी पार्टी का रूख इस पर यथावत है। हम हमेशा से अयोध्या में भव्य मंदिर के निर्माण के पक्ष में रहे हैं। यह देश के करोड़ों लोगों, हिंदुओं की आकांक्षा और भावना है.’ राव ने कहा ‘हम मंदिर निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि यह अदालत के फैसले के माध्यम से हो या फिर समुदायों के बीच किसी तरह के समझौते के जरिये हो, जो अब तक तो नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि इसलिए हमें उच्चतम न्यायालय के फैसले की प्रतीक्षा करना होगा।
गौरतलब है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने विजय दशमी पर आयोजित संघ के कार्यक्रम में कहा था कि राम निर्माण के लिए संघ अब और लंबा इंतजार नहीं करना चाहता। मोहन भागवत ने कहा कि किसी भी रास्ते से राम मंदिर का निर्माण जरूर होना चाहिए, इसके लिए सरकार को कानून लाना चाहिए।