कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुनी गयीं सोनिया गांधी, राहुल बोले “एक एक इंच पर बीजेपी से लड़ेंगे”
नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सर्वसम्मति से यूपीए चेयर पर्सन सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुना गया। सोनिया गांधी इससे पहले भी कांग्रेस संसदीय दल की नेता रह चुकी हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने सोनिया गांधी को सीपीपी प्रमुख के रूप में चुनने का प्रस्ताव दिया, जिसे सभी ने स्वीकार कर लिया। सोनिया गांधी को विपक्ष नेता, मुख्य सचेतक और उनके प्रतिनियुक्ति की नियुक्ति के लिए अधिकृत किया गया है।
कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद सोनिया ने देश के उन 12.13 करोड़ मतदाताओं का आभार प्रकट किया जिन्होंने इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘श्रीमती सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुने जाने पर बधाई। उनके नेतृत्व में कांग्रेस एक मजबूत और प्रभावी विपक्षी पार्टी साबित होगी, जो भारत के संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी।’
इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के 52 सांसद ही बीजेपी से लड़ने के लिए काफी हैं। उन्होंने सभी सांसदों से बीजेपी के खिलाफ आक्रामक और मजबूत बने रहने के लिए कहा।
भाजपा सांसदों के बारे में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘वे हमसे लड़ने के लिए घृणा और क्रोध का उपयोग करते हैं। आप आनंद लेने वाले हैं। हमें आक्रामक होना होगा। आत्मनिरीक्षण और कायाकल्प करने का समय है।’
इस बैठक में पार्टी के सभी 52 लोकसभा सांसद मौजूद थे। इस बैठक में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। संसद के सेंट्रल हॉल में हुई सीपीपी की बैठक में संसद के आगामी सत्र के लिए रणनीति भी तय की गई। बीते 25 मई को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद यह पहली आधिकारिक बैठक थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल हुए।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 542 में से महज 52 सीटें ही मिली है। जबकि यूपीए को 96 सीटें मिली हैं। कांग्रेस को विपक्ष में बैठने के लिए अब भी 3 सीटों की आवश्यकता है। जानकारी के मुताबिक विपक्ष के सबसे बड़े नेता के पद के लिए आपके पास लोकसभा में 10% सीटें यानी कम से कम 55 सीटें होना जरूरी हैं।