कांग्रेस में नए अध्यक्ष के लिए मंत्रणा जारी, अशोक गहलोत से दिल्ली में रुकने को कहा गया

कांग्रेस में नए अध्यक्ष के लिए मंत्रणा जारी, अशोक गहलोत से दिल्ली में रुकने को कहा गया

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी के अंदर नेतृत्व को लेकर अभी किसी नाम पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। हालाँकि कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी के अंदर अध्यक्ष पद को लेकर युवा और उम्रदराज को लेकर फैसला नहीं हो पाया है और अभी तीन नामो पर चर्चा चल रही है।

पार्टी सूत्रों की माने तीन नामो में से एक नाम दक्षिण भारत से है वहीँ दो नाम उत्तर भारत के कांग्रेस नेताओं के हैं। सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि पार्टी अध्यक्ष 60 वर्ष से कम उम्र का हो।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम पर विचार चल रहा है। सूत्रों ने कहा कि अशोक गहलोत को दिल्ली में ही रुकने को कहा गया है।

इससे पहले कल लिखित इस्तीफा देने के साथ-साथ राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर भी अपने इस्तीफे की मुहर लगा दी है। राहुल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ‘कांग्रेस अध्यक्ष’ हटा दिया है। अब इसके स्थान पर सांसद लिखा हुआ है।

गुरुवार को कांग्रेस महासचिव और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने उनके इसक कदम की तारीफ की। उन्होंने कहा है, “ऐसा करने का साहस बहुत कम में होता है, जैसा आपने किया। आपके फैसले के प्रति गहरा सम्मान।”

इस्तीफे पर कांग्रेस नेताओं ने दी प्रतिक्रियाएं:

राहुल गांधी द्वारा आधिकारिक तौर पर इस्तीफा दिए जाने के बाद कांग्रेस नेताओं की पर्तिक्रियाऐ आना शुरू हो गयी हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पूरी कांग्रेस मिलकर राहुल गांधी को अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए मनाएगी।

वहीँ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने राहुल गांधी के इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। पटेल ने ट्वीट कर कहा कि “राहुल का इस्तीफा दुर्भाग्यपूर्ण है। इस चुनाव में हुई हार के हम सभी जिम्मेदार हैं। उन्होंने पार्टी को मजबूत करने के लिए अपने छोटे कार्यकाल में ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है और पार्टी को भरोसा है कि वो आगे भी इसी तरह हमारे साथ रहेंगे।”

वहीँ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने राहुल गांधी के इस्तीफे पर कहा कि पार्टी की पराजय की ज़िम्मेदारी केवल राहुल गांधी के कंधे पर नहीं डाली जा सकती। इसके लिए वे अकेले ज़िम्मेदार नहीं हैं।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital