कांग्रेस को जल्द मिल जायेगा नया अध्यक्ष, सोनिया-राहुल की पहली पसंद है अशोक गहलोत!

कांग्रेस को जल्द मिल जायेगा नया अध्यक्ष, सोनिया-राहुल की पहली पसंद है अशोक गहलोत!

नई दिल्ली। लोकसभा चुनावो में पार्टी की पराजय की ज़िम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद कांग्रेस के तमाम नेताओं की कोशिशें उस समय असफल साबित हुईं जब राहुल गांधी ने अपना इस्तीफा वापस लेने से इंकार कर दिया और वे अपने इस्तीफे पर अड़े रहे।

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में और बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी को पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए मनाने की पुरजोर कोशिश की लेकिन राहुल गांधी द्वारा अध्यक्ष पद को लेकर आज दिए गए बयान से साफ़ है कि पार्टी में अब अध्यक्ष पद पर उनकी जगह कोई और कामकाज संभालेगा।

हालाँकि पार्टी का कोई नेता अभी सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि राहुल गांधी की जगह पार्टी का अध्यक्ष किसी अन्य नेता को बनाया जा रहा है लेकिन राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान से साफ़ है कि वे अध्यक्ष पद पर बने रहने के मूड में नहीं हैं।

 यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद पर किसी व्यक्ति को न्युक्त करने की जगह कार्यकारी अध्यक्ष की न्युक्ति हो। पार्टी सूत्रों की माने तो अभी इस बात को लेकर मंथन चल रहा है कि राहुल गांधी के इस्तीफे की ज़िद्द पर अड़े रहने की दशा में पार्टी की कमान किसे सौंपी जाए।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि इस बार परम्पराओं से हटकर गांधी नेहरू परिवार का कोई सदस्य अध्यक्ष न न्युक्त किया जाए। इसलिए अध्यक्ष पद के लिए जिन नेताओं के नामो पर दस जनपथ में विचार चल रहा है उनमे एके एंटनी, अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़के, प्रमोद तिवारी, वेणुगोपाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित करीब दर्जन भर नेताओं के नाम शामिल हैं।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि जो तीन नाम अंतिम दौर में चर्चा के लिए सामने आये हैं उनमे अशोक गहलोत, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुशील कुमार शिंदे के नाम हैं। सूत्रों ने कहा कि इनमे यूपीए चेयर पर्सन सोनिया गांधी चाहती हैं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी की कमान सौंपी जाए।

अनुभवी है अशोक गहलोत :

दस जनपथ के करीबी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस में अध्यक्ष पद की दौड़ में अशोक गहलोत का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। अशोक गहलोत न सिर्फ पार्टी के वफादार नेताओं में से एक हैं बल्कि बेहद अनुभवी भी हैं।

अशोक गहलोत को गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले जनार्दन द्धिवेदी के स्थान पर पार्टी का प्रभारी महासचिव बनाया गया था। अशोक गहलोत ने गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ काम किया था। इसलिए उनकी राहुल गांधी के साथ अच्छी ट्यूनिंग बताई जाती है।

अशोक गहलोत के मजबूत चुनाव प्रवंधन से गुजरात में कांग्रेस का न सिर्फ प्रदर्शन बेहतर हुआ बल्कि विधानसभा चुनाव के दौरान वे राज्य में कांग्रेस को एकजुट करने में भी कामयाब रहे।

ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत के नाम पर जल्द ही मुहर लग सकती है। सूत्रों ने कहा कि अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी मिलने की दशा में वे राजस्थान के मुख्यमंत्री पद छोड़ देंगे और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को राज्य के सीएम पद की कमान मिल जायेगी।

इससे राज्य में गहलोत और पायलट के बीच चल रही उठापटक भी समाप्त हो जायेगी। सूत्रों ने कहा कि फिलहाल पार्टी में अशोक गहलोत का कोई विरोध नहीं है। इसलिए माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत का नाम तय हो चूका है। सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकी है।

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TeamDigital