कांग्रेस के 100 से ज़्यादा नेताओं ने सौंपे इस्तीफे, दिल्ली और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी भंग

कांग्रेस के 100 से ज़्यादा नेताओं ने सौंपे इस्तीफे, दिल्ली और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी भंग

नई दिल्ली। बुधवार को कांग्रेस की युवा इकाई के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा नेताओं की जबावदेही को लेकर दिए गए बयान के बाद आज कई कांग्रेस नेताओं ने अपने इस्तीफे सौप दिए हैं। शुक्रवार को राहुल गांधी के समर्थन में 120 से ज्यादा पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिए।

इतना ही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक की, जिसके बाद तत्काल प्रभाव से दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी भंग कर दी गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने सभी 280 ब्लॉक को भंग कर दिया है। इसके अलावा तेलंगाना में भी प्रदेश कमेटी भंग की गई है ।

गौरतलब है कि यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों से मुलाकात के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि उनके पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद भी पार्टी के कुछ नेताओं को अपनी जबावदेही का अहसास नहीं हुआ है।

कल पार्टी के कानून विभाग के प्रमुख विवेक तन्खा के इस्तीफे के कुछ घंटों बाद, दिल्ली, मध्य प्रदेश और हरियाणा के कई अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी अपने पद छोड़ने का एलान किया है।

तन्खा ने गुरुवार की रात को यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि कांग्रेस बहुत लंबे समय तक गतिरोध नहीं सह सकती है और गांधी से आग्रह करती है कि वे कांग्रेस को पुनर्जीवित करें।

शुक्रवार को ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, तन्खा ने कहा, “हम सभी को पार्टी के पदों से अपना इस्तीफा सौंपना चाहिए और राहुलजी को अपनी टीम चुनने के लिए एक स्वतंत्र हाथ देना चाहिए… पार्टी बहुत लंबे समय तक गतिरोध बर्दाश्त नहीं कर सकती है।”

उन्होंने कहा, “राहुलजी, कृपया पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए कठोर बदलाव करें। आपके पास प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प है। बस एक अच्छी, स्वीकार्य और प्रभावशाली देशव्यापी टीम को मजबूत करें।”

शुक्रवार को उत्तर पश्चिम दिल्ली से पार्टी के उम्मीदवार राजेश लिलोठिया ने दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। तन्खा और लिलोठिया के अलावा, हरियाणा महिला कांग्रेस की प्रमुख सुमित्रा चौहान, मेघालय के महासचिव नेता पी संगमा, एआईसीसी सचिव वीरेंद्र राठौर, छत्तीसगढ़ के सचिव अनिल चौधरी, मध्य प्रदेश के सचिव सुधीर चौधरी, राजेश धरमानी, हरियाणा के सत्यवीर यादव, विदेश सेल के सचिव वीरेंद्र वशिष्ठ, मध्यप्रदेश के कांग्रेस महासचिव इंचार्ज दीपक बावरिया ने भी अपने पद त्याग दिए।

गौरतलब है कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कार्यसमिति के सदस्यों ने पार्टी संगठन में अपने मन मुताबिक फेरबदल करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पूर्ण अधिकार दिए थे। इसके बाद कर्नाटक की राज्य इकाई को भंग किया गया तथा उत्तर प्रदेश इकाई की सभी जिला समितियों को भंग कर दिया गया।

इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के कार्य को देखने के लिए तीन सदस्यीय अनुशासन समिति का गठन किया।

वहीँ दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अभी भी अपने इस्तीफे पर अड़े हैं। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी चाहते हैं कि पार्टी में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के तहत गांधी परिवार से बाहर का कोई नेता अध्यक्ष चुना जाए।

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TeamDigital