कांग्रेस की ओबीसी वोटरों पर नज़र, पिछड़ावर्ग रैली में जुटेंगे 5 लाख लोग, प्रियंका करेंगी संबोधित
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन की बातचीत लेकर आगे बढ़ रहीं कांग्रेस की निगाह अब प्रदेश के ओबीसी मतदाताओं पर है। इसके लिए कांग्रेस लखनऊ में ओबीसी रैली का आयोजन करने जा रही है। इस रैली में करीब 5 लाख लोगों को जुटाने की कोशिश की जा रही है और इसे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सम्बोधित करेंगी।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक राज्य की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी कांग्रेस अपनी रणनीति के तहत अपने पुराने वोट बैंक को फिर से जोड़ने की कोशिश कर रही है। इनमे दलित, ओबीसी, ब्राह्मण और अल्पसंख्यक मतदाता शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेताओं का मानना है कि उत्तर प्रदेश में हाशिये पर गयी कांग्रेस को लोकसभा चुनावो के साथ ही विधानसभा चुनावो को लक्ष्य बनाकर काम करना होगा। यही कारण है कि पार्टी प्रदेश की 26 लोकसभा सीटों पर प्रथम क्रम, 34 सीटों को द्वितीय क्रम और शेष 20 सीटों को तृतीय क्रम में रखकर काम कर रही है। तृतीय क्रम वाली सीटों को पार्टी गठबंधन में अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ साझा करेगी।
कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग राष्ट्रीय संयोजक अनिल सैनी ने बताया कि पार्टी इस पर काम कर रही है। ओबीसी वोटरों पर काम करने के लिए कांग्रेस हर गांव में अपना प्रतिनिधि तैनात करेगी। गांव में तैनात होने वाले यह लोग ओबीसी वर्ग के लोगों के बराबर संपर्क में रहेंगे और उन्हें कांग्रेस पार्टी की नीतियों से अवगत कराएंगे।
उन्होंने कहा, “हम रैली में कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां और पिछड़े वर्ग के हित में किए गए कार्यों की चर्चा करेंगे. साथ इन सब मुद्दों को गांव-गांव तक पहुंचाने जा रहे हैं।”
वहीँ पार्टी सूत्रों की माने तो पार्टी के रणनीतिकारो का मानना है कि यदि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को वापसी करनी है तो उसे कम से कम 2009 के लोकसभा चुनाव वाला परफॉर्मेंस दोहराना पड़ेगा। इतना ही नहीं कांग्रेस को अपना पुराना वोट बैंक भी पार्टी से फिर से जोड़ना पड़ेगा।