कश्मीर हिंसा का शिकार दर्जनों युवक आँखें गंवाने के कगार पर, महबूबा ने केंद्र से मांगे डॉक्टर
नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर सरकार ने घाटी में पिछले पांच दिनों से चल रही हिंसा के दौरान चोटिल होने के बाद अपनी आंखों की रोशनी गंवाने का खतरा झेल रहे दर्जनों युवकों के उपचार के लिए नेत्र सर्जनों की सेवाएं मांगी है। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कानून व्यवस्था की मौजूदा स्थिति के दौरान घायल हुए लोगों की देखभाल के लिए नई दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों से सर्जनों के विशेष दल को कश्मीर लाया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा से बात की और उनसे अनुरोध किया कि रेटिना सर्जनों समेत विशेषज्ञों के एक दल को कश्मीर भेजा जाए ताकि आंखों संबंधी चोट से ग्रस्त लोगों का इलाज किया जा सके। प्रवक्ता के अनुसार, ‘‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि ये विशेषज्ञ डॉक्टर आज यहां पहुंचेंगे और तत्काल काम पर लग जाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर सरकार किसी घायल व्यक्ति को जरूरत पड़ने पर राज्य से बाहर भेजने की भी व्यवस्था कर रही है। बीते शुक्रवार को एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद हुए संघर्षों में सुरक्षा बलों की ओर चलाई गयी रबर की गोलियों से आंखों के चोटिल होने के 100 से अधिक मामले अकेले एसएमएचएस अस्पताल में आये हैं।