कश्मीर में 12 वर्षीय बच्चे की पैलेट गन से मौत, कर्फ्यू लगा

श्रीनगर । श्रीनगर में शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस द्वारा पैलेट गन के इस्तेमाल किये जाने से एक घायल एक 12 वर्षीय बच्चे की शनिवार की सुबह अस्पताल में मौत हो गई। श्रीनगर के सैदपोरा का रहना वाला 12 साल का जुनैद अहमद भट्ट अपने घर के बाहर खड़ा था और तभी पैलेट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया।

बच्चे की मौत के बाद श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में तनाव बढ़ने के साथ ही कई जगह हिंसक झड़पों का दौर भी शुरू हो गया। स्थिति पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने डाउन टाउन व उसके साथ सटे इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया। इस बीच, अलगाववादियों के आह्वान पर आज लगातार 92वें दिन भी कश्मीर बंद के चलते सामान्य जनजीवन अस्त-व्‍यस्‍त है।

यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि गत शुक्रवार को अलगाववादियों ने यूएन मार्च चलो का आह्वान किया था। हालांकि प्रशासनिक पाबंदियों के चलते यह मार्च नाकाम हो गयी थी। लेकिन इस दौरान श्रीनगर के ईदगाह इलाके में दोपहर बाद जुलूस निकाल रही भीड़ हिंसक हो उठी थी।

उस पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा, जिसमें 13 वर्षीय जुनैद अहमद बट समेत छह लोग जख्मी हुए थे। जुनैद को उपचार के लिए शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्‍थान सौरा ले जाया गया, जहां आज सुबह उसने अपने जख्मों की ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया।

जुनैद की मौत की खबर फैलते ही पूरे डाउन टाउन में तनाव फैल गया। ईदगाह, सईदपोरा, लालबाजार, सौरा और अन्य इलाकों में बडी संख्या में युवक उत्तेजक नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आए। उन्होंने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरु कर दिया। स्थिति पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों ने भी बल प्रयोग किया।

इस बीच, दिवंगत जुनैद के जनाजे में सैंकडों की तादाद में लोग शामिल हुए। उसके जनाजे के दौरान भी आजादी समर्थक और पाकिस्ताकन जीवे जीवे के नारे गूंजे। उसके जनाजे से लौटते हुए कई युवकों ने वाहनों पर भी पथराव किया। उन्हें खदेडने के लिए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पडा।

स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने डाउन टाउन के सात थाना क्षेत्रों , बटमालू, सौरा व लाल बाजार के कुछ हिस्‍सों में भी कर्फ्यू लगाते हुए वादी के अन्य संवेदनशील इलाकों में निषेधाज्ञा घोषित कर दी।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital