कश्मीर में जुमे की नमाज़ के बाद भड़की हिंसा, फिर चली पैलेटगन

श्रीनगर । कश्मीर में जुमे की नमाज के बाद एक बार फिर हिंसा भड़क उठी और कई इलाको में भीड़ ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया। हिंसक झड़पों में जवानों समेत 50 से अधिक लोग घायल हो गए। इस दौरान हिंसक भीड़ को तितर बितर करने के लिए सुरक्षा बलो को एक बार फिर पैलेट गन का इस्तेमाल करना पड़ा ।

इससे पहले आज जुमे की नमाज के मद्देनज़र श्रीनगर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया। पूरी घाटी में पथराव की 31 घटनाएं हुईं। श्रीनगर, बडगाम, पुलवामा, कुलगाम, शोपियां, बारामुला, सोपोर, बांदीपोरा तथा हंदवाड़ा में सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

बांदीपोरा के हाजिन इलाके में सुरक्षा बलों पर पथराव कर रही भीड़ को खदेड़ने के लिए पेलेट गन का इस्तेमाल किया गया। इसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए श्रीनगर भेजा गया।

शोपियां में भी सुरक्षा बलों के साथ झड़प के बाद आंसू गैस के गोले दागे गए। हजरत बल, गांदरबल तथा बारामुला में भी सुरक्षा बलों पर पथराव के बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए।

जुमे की नमाज को देखते हुए सभी स्थानों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। श्रीनगर के 12 थाना क्षेत्रों, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम, शोपियां, अवंतिपोरा तथा बारामुला में दोबारा कर्फ्यू लगा दिया गया।

श्रीनगर के डाउन टाउन में जामिया मस्जिद में नमाज की इजाजत नहीं दी गई। मस्जिद की ओर जाने वाले रास्ते को सील कर दिया गया था। घाटी के अन्य इलाकों में चार या चार से अधिक लोगों के एकत्र होने पर भी पाबंदी रही।

अलगाववादियों के बंद के आह्वान से दुकानें तथा व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। पेट्रोल पंप भी नहीं खुले। स्कूल कालेज भी बंद हैं। सड़कों से सार्वजनिक वाहन नदारद रहे। हालांकि, निजी वाहन सड़कों पर दिखे। शाम छह बजे के बाद ईद उल जुहा को देखते हुए बाजारों में दुकानें खुलीं, जहां लोगों की भीड़ भी दिखी।

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TeamDigital