कश्मीर के हालात पर मोदी से मिलीं सीएम महबूबा मुफ़्ती

नई दिल्ली । कश्मीर में रुक रुक कर हो रही हिंसा के बीच आज मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती घाटी के हालात पर पीएम मोदी से मिलने उनके आवास पर पहुंचीं। समझा जाता है कि वे कश्मीर पर केंद्र के रुख से सहमत नही हैं और उन्होंने पीएम् से मिलकर कश्मीर में शांति बहाली के लिए कोई नया फॉर्मूला सुझाया है।

गौरतलब है कि आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से कश्मीर में जारी हिंसा में अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है और एतिहात के तौर पर 50 दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है।

वह पीएम मोदी से मुलाकात में घाटी के हालात पर चर्चा करेंगी ताकि कश्मीर में शांति बहाली की राह निकले। सीएम महबूबा ने गुरुवार को कहा था कि 95 फीसदी कश्मीरी अमन चाहते हैं केवल 5 फीसदी लोग ही घाटी के मौजूदा हालात के लिए जिम्मेदार हैं।

कश्मीर में शांति के लिए इससे पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर घाटी गए थे। वहां उन्होंने गुरुवार को पैलट गन पर रोक लगाने और सुरक्षाबलों को संयम बरतने की बात कही थी।

उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि लोकतंत्र के दायरे में सरकार किसी से भी वार्ता करने के लिए तैयार है। उन्होंने लोगों से बच्चों का भविष्य बर्बाद होने से बचाने और उनको न उकसाने की अपील की थी।

बाद में मीडिया से बात करते हुए महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि कश्मीर के हालात को सुधारने में मीडिया मदद करे । उन्होंने कहा कि पाकिस्‍तान हालात ठीक करने के बजाय भड़काने में लगा रहा। भाजपा और पीडीपी के बीच इसी बात पर गठबंधन हुआ था कि वाजपेयी जी के बात पर आगे बढ़ा जाएगा।

उन्‍होंने कहा कि सभी लोग चाहते हैं कि कश्‍मीर में खून खराबा बंद हो जाए। पाकिस्‍तान अगर चाहता है कि कश्‍मीर के युवा शांति से रहे हैं तो वह भड़काने का काम ना करें। युवाओं को उकसाना बंद होनी चाहिए। महबूबा ने सभी से अपील करते हुए कहा कि कश्‍मीर में हालात सामान्‍य करने के लिए उन्‍हें सबकी मदद चाहिए।

महबूबा मुफ़्ती द्वारा मीडिया से कही गयी अहम बातें :

1-जम्‍मू कश्‍मीर के हालात को लेकर पीएम मोदी हम सबकी तरह ही बहुत चिंतित हैं। मीडिया से कहा, मेरी मदद कीजिए।
2-पाकिस्‍तान खुलेआम कश्‍मीर में उकसा रहा है और आग में घी डालने का काम कर रहा है।
3-मुझे खुशी है कि मोदी जी ने ना सिर्फ पहले अपनी ऑथ सेरेमनी में नवाज शरीफ साहब को बुलाया बल्कि खुद लाहौर चले गए।
4-जैसे मुफ्ती साहब कहा करते थे कि मोदीजी के पास दो तिहाई बहुमत है और यदि अभी स्थिति नहीं सुधर सकती तो कभी नहीं सुधरेगी।
पाकिस्‍तान ने बातचीत और मुद्दों को सुलझाने के अवसरों को बर्बाद किया।
5-मोदी जी ने शुरुआत कर दी, हमारे गृहमंत्री ने शुरुआत कर दी है, वे पाकिस्‍तान गए लेकिन पाकिस्‍तान को प्रयास करना है। जितनी हमें तकलीफ है, उतनी उन्‍हें भी तकलीफ है।
6-एक मां के रूप में यह बात परेशान करती है कि लोग बच्‍चों को थानों पर पत्‍थर फेंकने को कहते हैं। हिंसा करवाने वालों से बातचीत नहीं होगी, हिंसा करने वाले सोचे बातचीत कैसे होगी।
7-अलगाववादी लोगों के बच्‍चे यहां नहीं र‍हते, वे दूसरे बच्‍चों को ढाल बनाते हैं। अलगाववादियों को आगे आकर बच्‍चों की जान बचाने के लिए मदद करनी चाहिए।

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