कर्नाटक में बीजेपी न भटक पाए पास, इसलिए यूँ चलेगी सरकार
नई दिल्ली। कर्नाटक में बुधवार को होने जा रहे शपथग्रहण समारोह में जेडीएस नेता कुमार स्वामी अपने मंत्रिमंडल के कुछ मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे। इस बीच कुमार स्वामी ने सोमवार को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर राज्य में नई सरकार के गठन और मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की।
कर्नाटक में घायल हुई भारतीय जनता पार्टी की चालो को नाकाम करने के उद्देश्य से एक समन्यवय समिति की देखरेख में सरकार चलेगी। दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व ने यह फैसला किया कि राज्य में सरकार चलाने के लिए एक समन्वय समिति बनेगी। समिति में दोनों पार्टियों के पांच से छह सदस्य शामिल होंगे। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि सरकार चलाने के लिए एक समन्वय समिति बनाई जाएगी और विधानसभा अध्यक्ष भी कांग्रेस कोटे से होगा।
शपथ लेने से पहले कुमारस्वामी लॉर्ड मंजुनाथ, श्रृंगेरी शारदा देवी और मौजूदा शंकराचार्य श्री भारती तीर्थ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कल धर्मशाला और श्रृंगेरी जाएंगे। वहीँ शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के तमाम दिग्गज तथा विपक्ष के नेता मौजूद रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक उपमुख्यमंत्री तथा कांग्रेस कोटे से मंत्रियों की संख्या पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की कल बेंगलुरू में बैठक होगी जिसमें उप मुख्यमंत्री और सत्ता साझेदारी से जुड़े दूसरे मुद्दों पर फैसला होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीटर पर अपने एक ट्वीट में कहा कि “एच डी कुमारस्वामी जी के साथ आज शाम गर्मजोशी भरी और सौहार्दपूर्ण मुलाकात हुई। हमने कर्नाटक में राजनीतिक हालात और परस्पर हित से जुड़े दूसरे मामलों पर चर्चा की। मैं बुधवार को उनके शपथ ग्रहण में शामिल होऊंगा।’
सोनिया और राहुल के साथ कुमारस्वामी की मुलाकात करीब आधे घण्टे तक चली। कुमारस्वामी 23 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे.उन्होंने इससे पहले यहां बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात की और कांग्रेस-जद (एस) की सरकार बनाने की योजनाओं पर चर्चा की. जद (एस) ने कर्नाटक चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद कांग्रेस के साथ गठबंधन किया और चुनाव पूर्व उसका बसपा के साथ गठबंधन था।