एससी /एसटी एक्ट : आज दलित संगठनों का भारत बंद
नई दिल्ली। एससी/एसटी एक्ट में दलितों के उत्पीड़न पर सीधा केस दर्ज होने सुप्रीमकोर्ट की रोक के खिलाफ आज देश भर के दलित संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है।
बंद को देखते हुए पंजाब में एहतियात के तौर पर सरकार ने बड़े कदम उठाये हैं। यहाँ स्कूलों कॉलेजों की छुट्टी कर दी गयी है तथा इंटरनेट सेवा को निलबित कर दिया गया है। सुरक्षा के मद्देनज़र सोमवार को होने वाली परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गयी हैं।
सोमवार को 10वीं की संस्कृत विषय की और 12वीं की हिंदी इलेक्टिव का पेपर था। सीबीएसई के मुताबिक, पंजाब के शिक्षा विभाग ने उनसे आग्रह किया कि पंजाब में कांग्रेस ने बंद का ऐलान किया है। इसके चलते उन्हें बच्चों की सुरक्षा की चिंता है।
इसलिए बोर्ड परीक्षा रद्द की जाए। इसके बाद किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए सीबीएसई ने सोमवार को सिर्फ पंजाब में 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया है। सीबीएसई ने साफ किया है कि चंडीगढ़ समेत पूरे देश में तय समय के मुताबिक परीक्षाएं अपने तय समय के अनुसार होगी।
सरकार दाखिल करेगी पुनर्विचार याचिका :
दलित संगठनों और और एनडीए के दलित सांसदों ने भी इस संबंध में सरकार से बात की है। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के नेतृत्व में एनडीए के दलित सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी। जिसके बाद आज केंद्र सरकार इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि एससी/एसटी एक्ट के संदर्भ में आए फैसले पर पुनर्विचार याचिका सोमवार को दायर की जाएगी।
क्या है मामला :
पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट का गलत इस्तेमाल होने पर चिंता जाहिर करते हुए इसके तहत दर्ज केस में तत्काल गिरफ्तारी न किए जाने का आदेश दिया था। जिसके बाद दलित संगठन इस कानून को कमजोर करने के विरोध में आवाज उठा रहे हैं।