एम जे अकबर को अभी राहत नहीं, कई अन्य महिलाओं ने भी लगाए आरोप
नई दिल्ली। #MeToo में फंसे केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर को अभी राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है। एक महिला पत्रकार पर आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करने के बाद अब महिलाएं खुलकर सामने आ रही हैं।
एम जे अकबर पर अब तक 16 महिलाएं यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा चुकी हैं। इसके बावजूद वे अभी मंत्री पद पर बने हुए हैं। अब एम जे अकबर पर पत्रकार तुषिता पटेल ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। तुषिता ने कहा कि 1990 की शुरुआत में कुछ काम के बहाने अकबर ने उन्हें कमरे में बुलाया और जब दरवाजा खोला तो वे केवल अंदरूनी वस्त्र पहने थे।
जब वह (तुषिता) 22 वर्ष की थीं और ‘द टेलीग्राफ’ में बतौर प्रशिक्षु काम कर रहीं थीं। तुषिता ने अकबर पर उनके साथ दो बार बदसलूकी करने का आरोप लगाया है।
वहीँ ‘द क्विंट’ के लिए लिखने वाली उद्यमी स्वाती गौतम ने आरोप लगाया है कि जब वह छात्रा थीं तब कोलकाता में अकबर से उनके (अकबर के) कमरे में मिले थे और उन्होंने केवल बाथरोब पहन रखा था।
‘भारतीय महिला प्रेस कोर’ ने भी केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिख कहा कि यह बेहद निराशाजनक है कि राज्य विदेश मंत्री के खिलाफ आरोपों की लंबी सूची होने के बावजूद भी सरकार ने आधिकारिक तौर पर कोई जांच शुरू नहीं की है।
बयान में अकबर का नाम लिये बिना कहा गया, हमारा मानना है कि मंत्री के अपने पद पर बने रहने से गलत संदेश बाहर जाएगा कि सरकार इस गंभीर मुद्दे को लेकर उदासीन है।
दूसरी तरफ एम जे अकबर को पीएम मोदी और बीजेपी की तरफ से क्लीन चिट दे दी गयी है अथवा नहीं, इस बारे में बीजेपी नेता कुछ भी कहने से बच रहे हैं। आम तौर पर हर मुद्दे पर अपनी राय रखने वाले बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा से जब पत्रकारों ने घेरकर एम जे अकबर मामले में सवाल पूछा तो वे भी पत्रकारों के इस सवाल पर हाथ जोड़कर निकल गए।