एनडीटीवी के समर्थन में लोकभारत, जनता का रिपोर्टर सहित कई न्यूज़ पोर्टल करेंगे ब्लैकआउट
नई दिल्ली । केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा 9 नवंबर को हिंदी न्यूज़ चैनल एनडीटीवी इंडिया का प्रसारण बंद करने के आदेश पर विरोध जताने के लिए देश के कई प्रमुख न्यूज़ पोर्टल एनडीटीवी के समर्थन में ब्लैकआउट करेंगे । इन न्यूज़ पोर्टल में लोकभारत समूह के तीन न्यूज़ पोर्टल (लोकभारत, राष्ट्रधारा और वर्ल्ड हिंदी), जनता का रिपोर्टर, हेडलाइन24, तीसरीजंग नेटवर्क के हिंदी, इंग्लिश और उर्दू पोर्टल, वॉइसऑफइंडिया 24 तथा इंडियन जंग शामिल हैं ।
लोकभारत के ग्रुप एडिटर राजा ज़ैद ने बताया कि केंद्र द्वारा एनडीटीवी को बेवजह निशाना बनाये जाने के विरोध में हम ये ब्लैकआउट करेंगे । 9 नवम्बर के दिन सुबह 6 बजे से रात के 12 बजे तक सभी पोर्टल्स के होम पेज ब्लेक हो जायेंगे तथा लोकतंत्र और प्रेस की आज़ादी को ज़िंदा रखने के लिए सरकार से अपील की जायेगी ।
वॉइस ऑफ इंडिया के मुख्य संपादक सोबरन कबीर ने कहा कि सभी न्यूज़ पोर्टल एनडीटीवी पर एक दिन की पाबंदी के सरकार के फैसले का विरोध करने और एनडीटीवी के समर्थन में एक दिन का ब्लैकआउट करेंगे । उन्होंने कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है । मीडिया पर किसी तरह की पाबंदी आपातकाल लगाने जैसा है ।
हेडलाइन 24 की तरफ से संपादक इमरोज़ खान ने कहा कि न्यूज़ चैनल एनडीटीवी पे जिस प्रकार सुरक्षा नियमो का हवाला देकर कार्यवाही की गयी वो अपने आप में अभूतपूर्व है क्युकी पठानकोट हमले के वक़्त एनडीटीवी और बाकि न्यूज़ चैनल की रिपोर्टिंग भी एक जैसी ही थी दरअसल एनडीटीवी पर एक दिन का बैन केंद्र सरकार द्वारा चैनल पर दवाब बनाने की कोशिश है हम इसका विरोध करते हुए 9 नवम्बर को ब्लैकोउट करेंगे
इंडियन जंग के मुख्य संपादक आलोक मोहन ने एनडीटीवी पर एक दिन के बैन को प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताया है । उन्होंने कहा कि एनडीटीवी पर एक दिन बैन लगाकर सरकार मीडिया पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है ।
तीसरीजंग नेटवर्क के संपादक परवेज़ खान ने कहा कि एनडीटीवी एक ऐसा चैनल है जिसने पत्रकारिता के निष्पक्ष स्वरुप को ज़िंदा रखने की कोशिश की है । उन्होंने कहा कि एनडीटीवी के प्रसारण पर एक दिन के बैन से साफ़ होता है कि जो सरकार से सवाल करेगा उसे सरकार के गुस्से का सामना करना पड़ेगा ।
राष्ट्रधारा के संपादक बरखा मधु सिंह ने कहा कि एनडीटीवी के प्रसारण पर एक दिन की पाबन्दी पूर्णतः अलोकतांत्रिक है और हम सब एनडीटीवी के समर्थन में उस दिन अवकाश पर जाने वाले हैं । 9 नवंबर को राष्ट्रधारा ब्लैकआउट करेगा ।