एनडीए में भगदड़: अब जीजेएम ने दिया एनडीए को तलाक

एनडीए में भगदड़: अब जीजेएम ने दिया एनडीए को तलाक

नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए में मची भगदड़ का क्रम अभी थमा नहीं है। तेलगुदेशम पार्टी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा द्वारा एनडीए से रिश्ता तोड़ने के बाद अब एनडीए के एक और घटक दल ने बीजेपी के खिलाफ नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए एनडीए से रिश्ता तोड़ने की बात कही है।

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने बीजेपी पर गोरखाओं का विश्वास तोड़ने का आरोप लगाया है। जीजेएम के ऑर्गेनाइजिंग चीफ एलएम लामा ने कहा कि अब उनकी पार्टी का बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए से कोई रिश्ता नहीं हैं।

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा, पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के हालिया बयान से बेहद खफा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी का गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के साथ सिर्फ चुनावी गठबंधन हैं।

एलएम लामा ने कहा कि पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के बयान से बीजेपी नेताओं के उस दावे की पोल खुल गई है, जिसमें वो कहते हैं कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा हमारी दोस्त है और एनडीए का घटक दल है। उन्होंने यह भी कहा कि घोष की टिप्पणी से पीएम मोदी के उस दावे की भी हकीकत सामने आ गई, जिसमें उन्होंने कहा था कि गोरखाओं का सपना ही उनका सपना है।

लामा ने कहा कि पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष के बयान से यह साफ हो गया है कि गोरखाओं को लेकर बीजेपी न तो गंभीर है और न ही उनके प्रति सहानुभूति रखती है। उन्होंने कहा कि यह सभी जानते हैं कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने साल 2009 और साल 2014 में दार्जलिंग लोकसभा सीट को बीजेपी को गिफ्ट किया था।

उन्होंने कहा कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने लोकसभा चुनाव के दौरान दार्जलिंग सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी जसवंत सिंह का समर्थन किया था। हालांकि बीजेपी के प्रदर्शन से गोरखा जनमुक्ति मोर्चा संतुष्ट नहीं थी। इसके बावजूद बिमल गुरंग के नेतृत्व में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी एसएस अहलुवालिया का समर्थन किया।

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TeamDigital