एनडीए का ये घटक दल तोड़ सकता है नाता, 27 अक्टूबर को लेगा फैसला
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नई दिल्ली। जहाँ एक तरफ बीजेपी एनडीए के घटक दलों के साथ मिलकर 2019 में फिर से सत्ता में वापसी का सपना संजोये बैठी है वहीँ एनडीए में अंदरूनी तौर पर उठापटक भी जारी है।
बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी की नाराज़गी पहले से चल रही है और अब उत्तर प्रदेश में योगी सरकार में शामिल सुहेलदेव समाज पार्टी का बीजेपी से मोह भंग हो गया है।
ओमप्रकाश राजभर 27 अक्टूबर को पार्टी के 16वें स्थापना दिवस पर लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में रैली करने जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस रैली में राजभर बीजेपी से नाता तोड़ने का एलान कर सकते हैं।
रैली से पहले राजभर इस रैली में अपने समर्थकों से राय लेंगे कि एनडीए में रहें कि नहीं। ऐसे में उनके समर्थकों अगर कहते हैं कि एनडीए में हिस्सा बने रहे तो वो रहेंगे और अगर कहते हैं कि नहीं तो फिर मंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ-साथ एनडीए से भी अलग हो जाएंगे।
गौरतलब है कि योगी सरकार में केबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर समय समय पर अपरोक्ष रूप से योगी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। राजभर ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से आरक्षण में अति पिछड़ों और अति दलितों का कोटा निर्धारित करने के तय समय सीमा दे रखी है। माना जा रहा है कि यदि उनकी ये मांगें 27 अक्टूबर से पहले पूरी नहीं की जाती हैं तो वे हर हाल में बीजेपी से रिश्ता तोड़ लेंगे।
बता दें कि ओमप्रकाश राजभर की सुहेल समाज पार्टी का पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाको तथा प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के आसपास भी अच्छा प्रभाव है। उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव समाज पार्टी के 4 विधायक हैं।