एक देश एक चुनाव के फॉर्मूले पर उद्धव बोले ‘देश में सबको एक साथ मूर्ख नहीं बनाया जा सकता’
मुंबई। देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराये जाने के पीएम मोदी के फॉर्मूले पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पलटवार करते हुए कहा कि किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि पूरे देश को एक साथ बेवकूफ बनाया जा सकता है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने सरकारी योजनाओं के विज्ञापन पर 4000 करोड़ रुपये फूँक दिए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को देश के करदाताओं से मिले पैसे को विज्ञापन पर फूंकने का हक नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश में आगामी चुनावों में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा होगा। उन्होंने आशंका जतायी कि भाजपा चुनावों से पहले राम मंदिर मुद्दे को उछाल सकती है।
उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि लोगों को अब भी अपने खाते में 15 लाख रुपये आने का इंतजार है, जिसका वादा मोदी ने 2014 के चुनाव प्रचार के दौरान किया था।
उन्होंने दावा किया कि विभिन्न योजनाओं के विज्ञापनों पर सरकार ने 4000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर दिये. लोगों को कोई पैसा नहीं मिला, लेकिन उनकी मेहनत से कमाये धन को विज्ञापन पर खर्च कर दिया गया।
शिव सेना के मुखपत्र ‘सामना’ में छपे उद्धव के साक्षात्कार के तीसरे और अंतिम भाग में उन्होंने कहा कि करदाताओं से मिलने वाले धन पर सरकार का कोई अधिकार नहीं है। इसका उपयोग केवल लोगों के कल्याण में होना चाहिए।
देश की विकास दर बढ़ने के बारे में पूछे जाने पर उद्धव ने जानना चाहा कि लोगों की आय में वृद्धि क्यों नहीं हो रही है। केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सहयोगी पार्टी के प्रमुख ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आने वाले सभी चुनावों में शिवसेना अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी।