एक और बड़ा घोटाला खुला: आईडीबीआई बैंक को लगा 772 करोड़ का चूना
नई दिल्ली। पीएनबी के 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के फ़र्ज़ीवाड़े के खुलासे के बाद अब एक और बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। यह फ्रॉड बैंक की आंध्र प्रदेश और तेलंगाना स्थित 5 शाखाओं में सामने आया है। सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।
आईडीबीआई ने इस घोटाले की जानकारी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में फाइलिंग में दी है। बैंक ने बताया कि ये फ्रॉड लोन के जरिये किया गया है। इनमें से कुछ लोन साल 2009 से 2013 के दौरान लिए गए थे। ये लोन फिश फार्मिंग के लिए लिये गए हैं। बैंक ने कहा कि इसमें से कुछ लोन फर्जी दस्तावेज के आधार पर लिया गया था।
बैंक ने बताया कि इन फर्जी दस्तावेजों में कुछ तालाब के पट्टों के थे हालांकि इन प। ट्टों का वास्तव में अस्तित्व था ही नहीं। इतना ही नहीं, फर्जीवाड़ा करने वालों ने गिरवी रखी गई संपत्ति की वैल्यू भी बढ़ा-चढ़ा कर बताई थी।
पंजाब नेशनल बैंक की तरह ही इस मामले में भी बैंक के कर्मचारियों का हाथ बताया जा रहा है। बैंक ने बताया कि इस मामले में दिए गए लोन की प्रोसेसिंग और वितरण में कई खामियां सामने आई हैं। उसने इस कर्ज को देने वाले एक अधिकारी को बर्खास्त कर दिया है।
वहीं, दूसरे अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। बैंक ने बताया कि फर्जीवाड़े की ऐसी 5 शिकायतों में से 2 मामलों में केस दर्ज कर लिया गया है। ये दोनों मामले बैंक की बशीरबाग और गुंटूर ब्रांच से जुड़े हैं। बैंक में फर्जीवाड़े की खबर सामने आने के बाद आईडीबीआई बैंक के शेयर टूट गए. बैंक के शेयरों में 3 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।