उन्नाव: बलात्कार के आरोपी बीजेपी विधायक ने किया सरेंडर, सर्मथको ने की मीडिया से बदसलूकी
उन्नाव। एक युवती के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने नाटकीय ढंग से एसएसपी आवास पहुंचकर सरेंडर कर दिया है।
बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को एसआईटी जांच में मारपीट की साजिश रचने का आरोपी बताये जाने के बाद वे अपने समर्थको के साथ एसएसपी के आवास पहुंचे और खुद को सरेंडर कर दिया।
इस दौरान बीजेपी विधायकों ने गुंडागर्दी की। मीडिया के लोगों से बदसलूकी तथा गाली गलोज किया। इतना ही नहीं मीडिया के लोगों के कैमरे छीनने की कोशिश तथा धक्का मुक्की भी की।
गौरतलब है कि एडीजी जोन राजीव कृष्ण के नेतृत्व में गठित टीम की प्रारंभिक रिपोर्ट में विधायक और रेप पीड़िता के परिवारों के बीच पुरानी रंजिश की बात सामने आई है। एसआईटी ने पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच का भी सुझाव दिया है और उन्नाव पुलिस को भी मामले में दोषी माना है।
रिपोर्ट में वहां की एसपी पुष्पांजलि को हटाने की संस्तुति की बात भी की जा रही है और पुलिस अफसरों पर कदम-कदम पर लापरवाही बरतने का जिक्र किया गया है।
इससे पहले घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी से 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट तलब की थी। इसके मद्देनजर डीजीपी ने एसआईटी गठित कर उन्नाव भेजा था।
बता दें कि उन्नाव के माखी थानाक्षेत्र की रहने वाली युवती ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर आरोप लगाया कि जून 2017 में उन्होंने उसे बंधक बनाकर कई बार रेप किया। यहीं नहीं, उन्होंने अपने गुर्गों से भी रेप कराया।
युवती ने कहा कि उसने विधायक द्वारा किये गए रेप के खिलाफ थाने में आरोपी विधायक के खिलाफ तहरीर दी, तो पुलिस ने कार्रवाई नहीं की बल्कि उसे डांट कर भगा दिया।
युवती ने परिवार के साथ विधायक के खिलाफ पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए रविवार सुबह मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह का प्रयास भी किया।
इस घटना के अगले ही दिन रेप का आरोप लगाने वाली युवती के पिता की जेल में संदिग्ध हालातो में मौत हो गयी। युवती के पिता को उन्नाव पुलिस ने चार अप्रैल को आर्म्स एक्ट और मारपीट के मामले में जेल भेजा था। उन्नाव जेल प्रशासन के मुताबिक, रविवार देर रात उसके पेट में दर्द उठा था, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई।
मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने उन्नाव जेल और जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की थी। वहीँ पीड़ित परिवार ने बीजेपी विधायक और उसके भाई अतुल सिंह सेंगर पर हत्या का आरोप लगाया।