उत्तर प्रदेश में बने नए गठजोड़ के आसार, एक मंच पर आ सकते हैं बसपा- सपा और कांग्रेस

नई दिल्ली। पिछले दिनों दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के नेतृत्व में हुई विपक्ष के नेताओं की बैठक के बाद उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में विपक्षी एकता की तस्वीर साफ़ होने की सम्भावना बनती दिख रही है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में सपा बसपा और कांग्रेस के एक मंच पर आने की संभावनाएं बनती दिख रही हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार जल्द ही उत्तर प्रदेश में विपक्ष एक बड़ी रैली का आयोजन कर सकता है। इस संयुक्त रैली का आइडिया शुक्रवार को लंच समारोह के दौरान उस वक्त आया था, जब आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अखिलेश और मायावती से एक साथ आने का अनुरोध किया था।

सपा के सांसद नरेश अग्रवाल ने पुष्टि करते हुए कहा कि इस समारोह में संयुक्त रैलियां करने का प्रस्ताव सामने आया था और सभी बीजेपी विरोधी पार्टियों ने इसका समर्थन किया। उन्होंने टीओआई से कहा कि वक्त की मांग है कि पूरा विपक्ष संयुक्त रूप से बीजेपी के खिलाफ खड़ा हो।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनावों के बाद लालू प्रसाद यादव पटना में 27 अगस्त को एक विशाल रैली का आयोजन करेंगे। हालांकि वरिष्ठ बसपा नेताओं ने इस बारे में संपर्क नहीं हो पाया। लेकिन बैठक में मौजूद रहे सूत्रों ने बताया कि मायावती ने भी इसका समर्थन किया है। सूत्र ने मायावती के हवाले से कहा-मैं 100 प्रतिशत आपके साथ हूं।

वहीँ लालू और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने भी मायावती और अखिलेश यादव से 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान साथ आने को कहा है। शुक्रवार को लालू ने यूपी के संदर्भ में एकता पर जोर दिया।

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TeamDigital