उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को 15 सीटों पर मनाने की कोशिश, गठबंधन को लेकर राहुल ने दिए संकेत
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए गठबंधन में अब कांग्रेस को शामिल करने के प्रयास तेज हो गए हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस को रायबरेली और अमेठी की सीटें मिलाकर कुल 15 सीटों पर मनाने की कोशिश की जा रही है वहीँ कांग्रेस अमेठी और रायबरेली की दो सीटों के अलावा पंद्रह सीटों की मांग कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी आज मीडिया से बात करते हुए उत्तर प्रदेश में गठबंधन को लेकर सकारत्मक बातचीत होने की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में गठबंधन न करने का फैसला सभी की सहमति से लिया गया था लेकिन उत्तर प्रदेश में गठबंधन को लेकर बातचीत जारी है और यह बातचीत सही दिशा में है।
वहीँ कांग्रेस सूत्रों की माने तो बसपा- सपा गठबंधन में कांग्रेस को लाने के लिए 13 सीटें तथा अमेठी और रायबरेली की दो सीटें देने को तैयार हो गए हैं। जबकि कांग्रेस ने कुल 17 सीटों की मांग रखी है। सूत्रों ने कहा कि जिस तरह से गठबंधन को लेकर फिर से बातचीत शुरू हुई है, उससे लगता है कि कांग्रेस को गठबंधन में शामिल कर लिया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस को गठबंधन से बाहर रखने से प्रदेश में बीजेपी को फायदा मिलता दिख रहा था। इसलिए अब तीनो ही पार्टियां गठबंधन के लिए सहमत हो गयी हैं। सूत्रों ने कहा कि गठबंधन को लेकर बदली तस्वीर में सपा बसपा के हिस्से में 30-30 सीटें, कांग्रेस को 15 से 17 सीटें और रालोद को तीन सीटें मिलेंगी।
वहीँ माना जा रहा है कि राज्य में गठबंधन को लेकर कांग्रेस पूरी गंभीरता से प्रयास कर रही है। गठबंधन को लेकर चल रही बातचीत के मद्देनज़र पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी का दौरा भी फ़िलहाल टाल दिया गया है। कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन को लेकर अगले दो -तीन दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं और गठबंधन को लेकर अंतिम फैसला दिल्ली में ही होगा।
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से गठबंधन के लिए बातचीत में प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और गुलामनबी आज़ाद शामिल हैं वहीँ समाजवादी पार्टी की तरफ से सपा सांसद रामगोपाल यादव और बसपा की तरफ से बसपा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा बातचीत कर रहे हैं।
फ़िलहाल देखना है कि गठबंधन को लेकर फिर से शुरू हुई बातचीत का अंत कितना फलदायी साबित होता है। चूँकि अब चुनावो में बहुत समय बाकी नहीं है और सम्भवतः अगले सप्ताह चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव कार्यक्रम का एलान कर देगा। इसलिए माना जा रहा है कि इसी सप्ताह में गठबंधन में कांग्रेस को शामिल करने का एलान हो जाएगा।