उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से गठबंधन की शिवपाल ने भरी हामी
लखनऊ ब्यूरो। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन और कांग्रेस द्वारा सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने के एलान के बाद अब प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की इच्छा ज़ाहिर की है।
कांग्रेस से गठबंधन को लेकर शिवपाल ने क़हा कि ‘अभी हमारी बात तो नहीं हुई है लेकिन जितनी भी सेक्युलर पार्टी हैं, कांग्रेस भी है, अगर कांग्रेस संपर्क करेगी, हमसे बात करेगी तो मैं बिल्कुल तैयार हूं।‘
वहीँ इससे पहले आज कांग्रेस नेता गुलामनबी आज़ाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘हम तो गठबंधन चाहते थे, लेकिन उन्होंने हमारे साथ आना उचित नहीं समझा। हम सभी सीटों पर अकेले लड़ने के लिए तैयार हैं। हमारी तैयारी पूरी है और जो भी दल बीजेपी को हराने के लिए हमारे साथ आना चाहते हैं, उनका स्वागत है।’
उन्होंने कहा कि 2009 लोकसभा चुनाव की तुलना में कांग्रेस को दोगुनी सीटें मिलेंगी। बता दें कि 2009 के लोकसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस को 21 सीटें मिली थीं।
आज़ाद के इस बयान कि ‘बीजेपी को हराने के लिए जो भी दल कांग्रेस के साथ आएगा हम उसका स्वागत करेंगे’ के बाद आये शिवपाल यादव के बयान के अलग अलग मायने निकाले जा रहे हैं।
माना जा रहा है कि कांग्रेस शिवपाल की पार्टी के साथ गठबंधन कर सकती है। वहीँ सूत्रों की माने तो पीस पार्टी से भी कांग्रेस कोई बात चल रही है। सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के समीकरण मुस्लिम यादव में पलीता लगाने के लिए कांग्रेस शिवपाल सिंह यादव की पार्टी के अलावा पीस पार्टी या असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को कुछ सीटें दे सकती है।
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पहले ही कह चुकी है कि उसे ओवैसी की पार्टी से कोई परहेज नहीं है। इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस करो या मरो की स्थति को देखते हुए किसी भी ऐसे दल को अपने साथ ले सकती है जो कि सपा बसपा की तरफ मुस्लिम मतदाताओं का ध्रुवीकरण रोककर उन्हें कांग्रेस की तरफ मोड़ दे।