उत्तर प्रदेश में एक हो सकती हैं सेकुलर पार्टी, राहुल ने दिया था ईद मिलन कार्यक्रम में इशारा
नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावो में सभी सेकुलर पार्टी मिलकर एक महागठबंधन के तौर पर भाजपा के किले को ढहा सकती हैं । पिछले दिनों ईद के मौके पर जमायत उलेमा के मुखिया मौलाना अरशद मदनी द्वारा आयोजित ईद मिलन कार्यक्रम में राहुल ने इस तरफ इशारा करते हुए कहा, ”लोगों को बांटना बड़ा आसान है, लेकिन एक करना बहुत मुश्किल।”
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ सभी सेक्युलर दलों से साथ आने की अपील की। राहुल ने विभिन्न पार्टियों और मुस्लिम समूहों की नई दिल्ली में हुई बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और RSS देश को धर्म और जाति के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में अजीत सिंह (RLD), शरद यादव (JDU), सीताराम येचुरी (CPI-M), अतुल कुमार अंजान (CPI), अशोक मलिक (सपा) और संजय सिंह (आप) जैसे राजनैतिक दलों के नेता मौजूद रहे। इसके अलावा कई मुस्लिम संगठन भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
बैठक में कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद के अलावा दर्जन भर नेता भी मौजूद रहे। गांधी ने कहा कि सेक्युलर वोटों के बिखराव ने भाजपा को राजनीतिक रूप से फायदा पहुंचाया है। उन्होंने कहा, ”अगर हमें सांप्रदायिक ताकतों को हराना है, तो हमें एक होना होगा।” वहीं जमायत उलेमा-ए-हिंद के मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि उनकी पार्टी कभी भी ‘सांप्रदायिक और फासीवादों ताकतों’ को देश का सेक्युलर चरित्र बदलने नहीं देगी।