उत्तर प्रदेश बीजेपी में मचे हाहाकार पर पर्दा डाल रहे नेता
नई दिल्ली(राजाज़ैद) । उत्तर प्रदेश में 2017 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा यह मामला तय भी नहीं हो पाया कि बीजेपी में एक दूसरा विवाद पैदा हो गया । बीजेपी से निष्कासित प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह से भाजपा नेतृत्व द्वारा पल्ला झाड़ लेने से पार्टी की ठाकुर लॉबी नाराज़ हो गयी है और यह नाराज़गी जल्द ही मीडिया में न आजाये इसलिए बीजेपी नेतृत्व इस पर पर्दा डालने की कोशिशें कर रहा हैं ।
बीजेपी सूत्रों से मिलरही जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर प्रदेश बीजेपी में पहले ही तलवारें खीचीं हुई हैं । एक तरफ ठाकुर लॉबी है तो दूसरी तरफ ब्राह्मण लॉबी । दोनो ही गुट अपनी जाति से मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी चाहते हैं । वहीँ तीसरी लॉबी जो खुद को संत समाज कहता है वह योगी आदित्य नाथ का नाम आगे बढ़ाना चाहती है ।
सूत्रो के अनुसार कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री के तौर पर ब्राह्मण चेहरा पेश करने की दलील देकर बीजेपी के उम्र दराज नेता किसी ब्राह्मण को ही बीजेपी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की बात कर रहे हैं । इस मुहीम को कभी बीजेपी का ब्राह्मण चेहरा रहे कानपुर से सांसद मुरली मनोहर जोशी, केन्द्रीय मंत्री कालराज मिश्र जैसे नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है ।
वहीँ दूसरी तरफ ठाकुर लॉबी बीजेपी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह का नाम चाहती है । वहीँ संत समाज की तरफ से पेश किये जा रहे योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का समर्थन प्राप्त है ।
अब एक नया मामला दयाशंकर सिंह का भी है । बसपा सुप्रीमो मायावती को अपशब्द कहने पर बीजेपी द्वारा निष्कासित किये जाने से ठाकुर लॉबी नाराज़ है । सूत्रों ने बताया कि सिंह ठाकुर लॉबी का मानना है कि दयाशंकर सिंह की मायावती से कोई निजी रंजिश नहीं थी । उन्होंने मायावती को लेकर जो कुछ कहा वह बतौर बीजेपी नेता की हैसियत से कहा । लेकिन जिस तरह दयाशंकर को बीजेपी ने दूध में से मक्खी की तरह निकाल कर फैंक दिया उससे क्षत्रियों के सम्मान को ठेस पहुंची है । ऐसे में उत्तर प्रदेश के क्षत्रिय बीजेपी के खिलाफ जाने की घोषणा भी कर सकते हैं ।
फिलहाल प्रदेश बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के चेहरे और दयाशंकर सिंह को लेकर हाहाकार की स्थिति है । सम्भावना है बीजेपी में शुरू हुई उठापटक दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी के बाद सड़क पर आजाये ।