उत्तराखंड पर संसद में कांग्रेस की दो टूक, कहा ‘उत्तराखंड में हुई लोकतंत्र की हत्या’
नई दिल्ली । राज्य सभा और लोक सभा में उत्तराखंड की राजनैतिक स्थिति को लेकर हंगामा हो रहा है। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्य सभा में इस मुद्दे को उठाया और मांग की कि इस पर फौरन बहस कराया जाए।
काफी हंगामे के बाद राज्य सभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई लेकिन हंगामे को देखते हुए फिर से सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
कांग्रेस सदस्यों ने राज्य सभा में नारेबाजी कर उत्तराखंड में लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया। राज्य सभा में सरकार ने कहा कि उत्तराखंड मसला अदालत के विचाराधीन इसलिए चर्चा संभव नहीं।
वहीं लोक सभा में भी कांग्रेस सांसद सदन में लगातार हंगामा कर रहे हैं और वेल में धरने पर बैठ गए। कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खडगे ने इस मामले को उठाया। लोकतंत्र की हत्या बंद करो के नारे सरकार के खिलाफ लगाए जाने लगे। उत्तराखंड का मामला न्यायालय के विचाराधीन होने के मसले पर खड्गे ने कहा कि क्या इशरत जहां, राम मंदिर का मामला न्यायालय के विचाराधीन नहीं है?
संसद के बजट सत्र के दूसरे भाग का आगाज सोमवार को हुआ। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस ने उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने का मुद्दा उठाया। कांग्रेस सदस्य इस मसले पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। लोकसभा में कांग्रेस संसदों ने ‘केद्र सरकार होश में आओ’ के नारे लगाए।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जताई कि बजट सत्र के दूसरे हिस्से को सफल बनाने के लिए सभी दलों का सहयोग मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि बजट सत्र का पहला हिस्सा काफी प्रोडक्टिव रहा था। उम्मीद है कि दूसरा हिस्सा भी वैसा ही रहेगा। इस सत्र में अच्छे फैसले लेंगे। राज्यसभा में सबसे पहले नए सदस्यों को शपथ दिलाई गई। कांग्रेस नेता आंनद शर्मा, शमशेर सिंह, नरेश गुजराल, प्रताप बाजवा, श्वेत मलिक, झरना दास वैद्य ने शपथ ली।