ईवीएम के विरोध में आये चंद्रबाबू, कहा, ‘हैकर्स के हाथों लोकतंत्र की कुर्बानी नहीं दी जा सकती’

ईवीएम के विरोध में आये चंद्रबाबू, कहा, ‘हैकर्स के हाथों लोकतंत्र की कुर्बानी नहीं दी जा सकती’

अमरावती। आँध्रप्रदेश के मुख़्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने ईवीएम की जगह बैलेट पेपर की पुरानी पद्धति से चुनाव कराये जाने या 100 फीसदी वीवीपैट पर्चियों की गिनती कराये जाने की मांग की है।

ईवीएम हैक की संभावनाओं की खबरों पर नायडू ने कहा कि ईवीएम हैक होने की सौ फीसदी संभावना है। इसलिए या तो पुरानी पद्धति से बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाएँ या वीवीपैट मशीन की सौ फीसदी पर्चियों की गिनती सुनिश्चित होनी चाहिए।

तेलुगु देशम पार्टी के सांसदों की यहां एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी तकनीक का दुरुपयोग कर सकता है। तेदेपा प्रमुख ने कहा, ‘‘तकनीक का दुरुपयोग करना आसान है। यह खासतौर से उस व्यक्ति के लिए आसान है जो सॉफ्टवेयर प्रोग्राम तैयार करता है। निर्वाचन आयोग केवल रेफरी है। उसे ऐसी प्रणाली लागू नहीं करनी चाहिए जिस पर भरोसा ना हो।’’

चंद्रबाबू ने कहा कि यहां तक कि विकसित देश भी ईवीएम का इस्तेमाल नहीं कर रहे और निर्वाचन आयोग को ऐसी प्रणाली का इस्तेमाल करने का दबाव नहीं बनाना चाहिए जिस पर भरोसा ना हो। इस बीच, तेदेपा ने साल 2019-20 वित्त वर्ष के लिए पूर्ण बजट लाने के केंद्र के कदम का विरोध किया।

गौरतलब है कि हाल ही में लंदन में आयोजित हैकथॉन कार्यक्रम में अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा ने ईवीएम हैक को लेकर बड़े खुलासे किये थे। उनका दावा था कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने ईवीएम हैकिंग के माध्यम से कांग्रेस से 201 सीटें छीन ली थीं। इतना ही नहीं भारतीय मूल के अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के बीजेपी नेता गोपीनाथ मूंडे की हत्या की गयी थी क्यों कि वे बीजेपी के ईवीएम हैकिंग की करतूत को जानते थे।

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TeamDigital