ईद के मौके पर ममता ने बीजेपी के लिए कही ये बड़ी बात: मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है

ईद के मौके पर ममता ने बीजेपी के लिए कही ये बड़ी बात: मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है

कोलकाता। कल ईद के पर्व पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को अपने सम्बोधन में बीजेपी को लेकर कहा कि कभी-कभी जब सूरज उगता है तो उसकी किरणें बहुत तेज होती हैं लेकिन बाद में वे दूर हो जाती हैं। घबराओ मत, जिस तेजी से उन्होंने ईवीएम पर कब्जा किया, उतनी ही तेजी से वे चले जाएंगे।’

ममता ने कहा, ‘त्याग का नाम है हिंदू, ईमान का नाम है मुसलमान, प्यार का नाम है ईसाई, सिखों का नाम है बलिदान। यह है हमारा प्यारा हिंदुस्तान। इसकी रक्षा हम लोग करेंगे। जो हमसे टकराएगा वह चूर-चूर हो जाएगा। यह हमारा नारा है।’ उन्होंने कहा, ‘डरने की जरूरत नहीं है। मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है, वही होता है जो मंजूर-ए-खुदा होता है।

ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, ‘इतने दिन तक, आप लोगों ने एक महीने तक रमजान किया, रोजा किया। इतनी तकलीफ के साथ अल्लाह को याद किया। आसमान भी आपके साथ में है। आप डरो मत, आप बिखरो मत, आप आगे बढ़ो। आप भी इंसान की इंसानियत के लिए काम करो।’

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। जहाँ बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी को जय श्री राम लिखे दस लाख पोस्टकार्ड भेजने का एलान किया वहीँ जबावी कार्यवाही में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी को जय हिंद- जय बांग्ला लिखे बीस लाख पोस्टकार्ड भेजने का एलान किया है।

बीजेपी छोड़कर कर फिर टीएमसी में वापस आ रहे कार्यकर्त्ता:

इतना ही नहीं बीजेपी द्वारा हाल ही में करीब पचास पार्षदों और कुछ विधायकों को पार्टी में शामिल किया गया था लेकिन अब तृणमूल कांग्रेस से बीजेपी में गए टीएमसी नेताओं का तृणमूल कांग्रेस में वापस आना शुरू हो गया है। ईद से एक दिन पहले कई टीएमसी कार्यकर्त्ता और पदाधिकारी बीजेपी छोड़कर पुनः टीएमसी में वापस आ गए हैं। इनमे वीरभूमि से टीएमसी विधायक मोनिरुल इस्लाम भी शामिल हैं।

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TeamDigital