इस चिट्ठी ने खोली, योगी सरकार के दावे की पोल, गोरखपुर पहुंचे गुलामनबी आज़ाद

इस चिट्ठी ने खोली, योगी सरकार के दावे की पोल, गोरखपुर पहुंचे गुलामनबी आज़ाद

गोरखपुर। गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई 33 बच्चों की मौत पर अपना दागदार दामन साफ़ करने में जुटी योगी सरकार की पोल उस समय खुल गयी जब ऑक्सीजन की सप्लाई से जुड़ी एक चिट्ठी सामने आई।

इस पत्र में 10 अगस्त की तारीख का जिक्र है और इसे बाल रोग विभाग , नेहरू चिकित्सालय (बीआरडी का बाल विभाग) के विभागाध्यक्ष को लिखा गया है।

पत्र में लिखा गया है कि ‘आपको सादर अवगत कराना हैकि हमारे द्वारा पूर्व में दिनांक 3-8-17 को लिक्विड ऑक्सीजन के स्टॉक की समाप्ति की जानकारी दी गई थी। आज दिनांक 10-8-17 को लिक्विड ऑक्सीजन की रीडिंग प्रातः 11.20 बजे 900 है जो कि आज रात्रि तक सप्लाई हो पाना संभव है।’

बता दें कि ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चो की मौत को योगी सरकार ने नकारते हुए कहा कि बच्चो की मौत की वजह ऑक्सीजन की कमी नहीं है। वहीँ ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कम्पनी के पत्र में खुलासा हुआ है कि पुष्पा सेल्स कम्पनी के अधिकारी से बार-बार बात करने पर पिछला भुगतान ना किए जाने का हवाला देते हुए लिक्विड ऑक्सीन की सप्लाई देने से इनकार किया है।

वहीँ पुष्पा सेल्स कम्पनी की एच.आर मीनू वालिया के अनुसार कम्पनी अपने बकाये के भुगतान के लिए नियमित रूप से प्रदेश सरकार रिमाइंडर भेज रही थी लेकिन उन्हें सरकार की तरफ से कोई रेस्पोंस नहीं मिला।

इस बीच कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद और आरपीेंएन सिंह गोरखपुर के उस अस्पताल पहुंचे जहाँ ऑक्सीजन की कमी के चलते बच्चो की मौत हुई हैं। मीडिया से बात करते हुए आज़ाद ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की। आज़ाद ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी से नहीं बच सकते।

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TeamDigital