इस किसान ने ली थी माल्या की बैंक गारंटी, हो गया तबाह
पीलीभीत । बैंकों से हजारों करोड़ रुपये का लोन लेकर देश से भागे विजय माल्या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड के गारंटरों की सूची में भोले-भाले किसानों के नाम भी सामने आ रहे हैं। माल्या विदेश भाग चुके हैं और अब बैंक इन किसानों को अपना शिकार बना रहा है ।
पीलीभीत में बिलसंडा क्षेत्र के गांव खजुरिया निवीराम के बुजुर्ग किसान सरदार मनमोहन सिंह को भी पता भी नहीं है और बैंक वालों ने माल्या की कंपनी का गारंटर/ डायरेक्टर बताकर खाता सीज कर दिया है। मनमोहन का कहना है कि न तो वह माल्या को जानते हैं और किंगफिशर कंपनी को।
बैंक अफसरों के मुताबिक, मनमोहन का बैंक ऑफ बड़ौदा की नाद शाखा (बिलसंडा) में किसान क्रेडिट कार्ड खाता है, जिसका अकाउंटर नंबर 164100004673 है। कुछ समय पहले बैंक प्रबंधक नाद के पास रीजनल ऑफिस एमएमएसआर मुंबई का पत्र आया।
पत्र में विजय माल्या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के आठ डायरेक्टर/गारंटर के रूप में क्रमश: सिद्धार्थ विजय माल्या, उत्कर्ष विजय माल्या, विजय माल्या, मनमोहन सिंह, सुभाष रामदुलारे गुप्ता, सुभाष आर गुप्ता ( क्रम संख्या 7, 8, 9 पर यही नाम) नाम और अकाउंट लिखे थे। मनमोहन सिंह का खाता बॉब की नाद शाखा में होने की वजह से मुंबई आफिस से उसे तुरंत बंद करने के निर्देश दिए गए थे। पत्र मिलते ही शाखा प्रबंधक मांगेराम ने खाता बंद कर दिया।
उनका कहना है कि मनमोहन को किंगफिशर से जुड़ा बताया गया है और इसकी जांच उच्चस्तर पर चल रही है। वहीं, मनमोहन का कहना है कि उसका साथ फर्जीवाड़ा हुआ है। वह विजय माल्या या उनकी कंपनी किंगफिशन को जानता तक नहीं है, मिलना तो दूर की बात है। उन्होंने फर्जीवाड़े के मामले में कार्रवाई की मांग की है।
सरदार मनमोहन सिंह की कहना है कि उनके आठ एकड़ जमीन है। दो साल पहले बैंक से चार लाख रुपये का लोन लिया था। उनके बैंक में दो खाते हैं। उसमें से एक में 1217 और दूसरे में चार हजार रुपये हैं। मनमोहन सिंह पत्नी और तीन बच्चों के साथ गांव में ही रहतो है। माल्या की कंपनी से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं।
विजय माल्या का कथित गारंटर बताकर खाता सीज किए जाने को मनमोहन ने गहरी साजिश बताया है। उनका कहना है कि पीलीभीत और बिलसंडा की बात छोड़ दें तो वह कभी दिल्ली-लखनऊ तक नहीं गए। कभी हवाई जहाज में भी नहीं बैठे हैं।
विजय माल्या के बारे में अखबार और टीवी में देखा-पढ़ा है मगर उनका उससे कोई सम्बंध नहीं। वह समझ नहीं पा रहे कि आखिर किंगफिशर एयरलाइंस का उनको गारंटर कैसे बना दिया गया। खाता बंद होने से उनके पैसे का लेन देन बंद हो गया है। वह बहुत परेशान हैं। कुछ समय बाद उनको बेटी की शादी करनी है और बेवजह उनको परेशान किया जा रहा है।
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