‘आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं’ वाला पीएम मोदी का बयान एक ढकोसला : मायावती
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कथनी और करनी में अंतर का आरोप लगाते हुए कहा कि हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणियों के बाद भी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बर्खास्त न करना यह दर्शाता है कि नरेंद्र मोदी की कथनी और करनी में बहुत अंतर है।
लखनऊ में सोमवार को जारी एक बयान में मायावती ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का ‘मन की बात’ में यह कहना कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ढकोसला जान पड़ती है। भाजपा की कथनी व करनी में काफी फर्क रहता है।
मायावती ने कहा, “डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दुष्कर्म का दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा और आसपास में सरकारी संरक्षण में गुजरात की तरह हिंसा कराई गई. मोदी की बात में थोड़ी भी सच्चाई होती तो हरियाणा के मुख्यमंत्री अब तक बर्खास्त हो चुके होते। ऐसा नहीं किए जाने से साबित होता है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व केवल उपदेश देने और बड़ी-बड़ी बातें करने में ही विश्वास करता है।”
बसपा मुखिया ने कहा, “प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में 15 अगस्त को लालकिले से कही बातों को दोहराया, लेकिन भाजपा शासित राज्यों में किसी भी सरकार ने इस पर अमल नहीं किया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अपना अहंकारी स्वभाव बदलने को तैयार नहीं है। ये लोग खुद को संविधान और कानून से ऊपर मानते हैं। उनका सोचना है कि वह जो भी करते हैं, वही देशभक्ति है।