आरएसएस को लेकर बोले राहुल “ये विचारधारा की लड़ाई, पहले से दस गुना ज़्यादा लड़ुंगा”
मुंबई। पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को आरएसएस की विचारधारा बताने पर संघ द्वारा किये गए मानहानि के मुकदमे में आज मुंबई की एक अदालत में पेश हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 15 हज़ार रुपये के मुचलके पर ज़मानत मिल गयी है।
अदालत के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए गांधी ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है और मैं पहले से दस गुना ज्यादा लड़ाई लड़ूंगा। राहुल गांधी ने कहा, ‘मैंने कोर्ट में कुछ नहीं कहा। मुझे पेश होना था, यह विचारधारा की लड़ाई है। मैं गरीबों और किसानों के साथ खड़ा हूं। उन्होंने कहा कि मुझ पर आक्रमण हो रहा है, मजा आ रहा है लेकिन मैं पिछले पांच वर्षों से 10 गुना ज्यादा मैं लड़ूंगा।’
जब राहुल सुबह मुंबई हवाईअड्डे पर विमान से उतरे तब भी बाहर खड़े उनके समर्थकों ने नारेबाजी की और पार्टी अध्यक्ष पद से दिया गया इस्तीफा वापस लेने की मांग की। जब राहुल अदालत पहुंचे, तब माकपा महासचिव सीताराम येचुरी भी वहां पहुंचे। राहुल गांधी की अगुआई में पार्टी नेता कृपाशंकर सिंह, बाबा सिद्दीकी, मिलिंद देवड़ा, संजय निरूपम अदालत के अंदर मौजूद थे।
कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद राहुल गांधी पहली बार मुंबई में सार्वजनिक तौर पर मौजूदगी दर्ज कराई। बता दें कि राहुल गांधी के खिलाफ एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता ने संघ की मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है।
ध्रुतिमन जोशी नाम के शिकायतकर्ता ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और माकपा नेता सीताराम येचुरी पर भी ऐसे मामले दायर किए थे जिन्हें खारिज कर दिया गया था। जोशी ने अपनी याचिका में कहा था कि लंकेश की हत्या के मुश्किल से 24 घंटों के बाद ही राहुल गांधी ने हत्या के लिए आरएसएस और उसकी विचारधारा को जिम्मेदार ठहरा दिया था। महाराष्ट्र में राहुल गांधी के खिलाफ किसी आरएसएस कार्यकर्ता द्वारा दायर की गई यह दूसरी याचिका है।
राहुल गांधी पर आरोप है कि पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से की विचारधारा से जोड़ा था। इसी मामले में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी को भी समन जारी किया गया था। बता दें कि गौरी लंकेश की सितंबर 2017 में बेंगलुरू में उनके घर के गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।