आरएसएस के बयान पर बोले ओवैसी: कोर्ट में भावना और आस्था नहीं सिर्फ इंसाफ चलता है

नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण को लेकर आज आरएसएस की तरफ से आये बयान पर आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है।
आरएसएस ने आज कहा था कि कोर्ट के फैसले में हो रही देरी के चलते राम मंदिर निर्माण में विलम्ब हो रहा है। ऐसे में देश का हिन्दू खुद को अपमानित महसूस कर रहा है।
संघ के बयान पर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर कहा कि ‘सुप्रीम कोर्ट हिंदू भावनाओं के आधार पर फैसला नहीं दे सकता है। संघ अब भी इस बात से इनकार कर रहा है कि देश में कोई संविधान है। यहां आस्था, भावना नहीं बल्कि इंसाफ ही चलता है।’
ओवैसी द्वारा पलटवार किये जाने के बाद कांग्रेस ने भी आरएसएस पर जबावी हमला बोला। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि इन लोगों ने हिंदुओं की भावनाओं का ठेका नहीं ले रखा है, संघ और बीजेपी अपनी विफलताओं का ठीकरा सुप्रीम कोर्ट पर ना थोपे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कोर्ट की एक प्रक्रिया होती है. वह किस फैसले की राह देख रहे हैं, जब अभी तो सुनवाई भी शुरू नहीं हुई है। संघ और बीजेपी लोगों को झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कोर्ट को धमकाया था।
गौरतलब है कि मुंबई में पिछले तीन दिन से चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की बैठक शुक्रवार को खत्म हुई। बैठक के खत्म होने के बाद संघ के सरकार्यवाहक भैयाजी जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि अगर जरुरत पड़ेगी तो हम एक बार फिर 1992 जैसा आंदोलन करेंगे।
भैयाजी जोशी ने कहा कि अयोध्या को लेकर पिछले 30 साल से हम आंदोलन कर रहे हैं, सामूहिक रूप से समाज की अपेक्षा है कि अयोध्या में राम मंदिर बने। इसमें कानूनी बाधाएं हैं, हमें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट हिंदू समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अपना फैसला देगा।