आज देश के हर कोने में अशांति और तनाव का माहौल : चिदंबरम
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कई बड़े मुद्दों को लेकर बीजेपी सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मौजूदा जीएसटी से टैक्स टेररिज्म बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आज देश के हर कोने में अशांति और तनाव का माहौल है। इसके लिए केंद्र सरकार और उनकी नीतियां जिम्मेदार है। नॉर्थ ईस्ट में एनडीए अपने राजनीतिक हित के लिए राज्य सरकारों को स्थिर करने की बजाय अस्थिर कर रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में पीडीपी और बीजेपी के एक साथ आने के बाद हालत बिगड़ गए. भारत से जम्मू एवं कश्मीर टूट चुका है। कश्मीर राज्य और दूसरे राज्यों में अपनापन को लेकर दरार पड़ गई है। इसके लिए केंद्र सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को लगता है कि ताकत दिखाने से स्थिति पर काबू पाया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। इसका हल बातचीत से ही निकलेगा। आज एलओसी और उसके आसपास के इलाके सुरक्षित नहीं रहे. 50 हजार लोग स्थानांतरित हो चुके हैं। इनको शरणार्थियों की तरह रहना पड़ रहा है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह कोई भी भूमिका नहीं ले रहे हैं. वह वाइसलेस और पॉवरलेस दिखाई दे रहे हैं। पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि जीएसटी को लेकर मेरे कार्यकाल में बहुत संशोधन किए गए थे। जीएसटी के बारे में मैंने साल 2010 का डेड लाइन दिया था, लेकिन उस समय बीजेपी ने बहुत रोड़े अटकाए थे. जीएसटी एक सिंगल टैक्स सिस्टम है, जिसे इस सरकार ने मल्टी टैक्स सिस्टम बना दिया है। अगर आपका 25 राज्यों में बिजनेस है, तो आपको 10 हजार रिटर्न्स फाइल करने पड़ेंगे. यह गलत है।
What has been introduced is not GST. You can call it Indian Indirect Tax. It's not GST. – P Chidambaram, Congress pic.twitter.com/FeL2fZATNd
— ANI (@ANI) July 23, 2017
चिदंबरम ने कहा कि मूल जीएसटी अच्छा है, लेकिन बीजेपी जो जीएसटी लाई है, उससे टैक्स टेररिजम बढ़ रहा है। उन्होंने इंदु सरकार के बारे में कहा कि हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ नहीं हैं। इंदिरा गांधी के करीबियों में फ़िल्म को लेकर नाराजगी है। उन्होंने यह आंदोलन किया है, यह कांग्रेस की नीति नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि गोरक्षकों पर लगाम कसने की बात पीएम ने साबरमती में की थी। उस समय झारखंड में एक शख्स को गोरक्षकों ने पीटा था। चिदंबरम ने कहा कि पीएम के बात करने से कुछ नहीं होगा। बात जमीन पर कार्यकर्ताओं तक पहुंचनी चाहिए और ऐसी घटनाएं रुकनी चाहिए।