आज दिवाली के दिन भी जम्मू के 100 से ज्यादा गांवों में रहेगा अँधेरा
जम्मू । जब पूरा देश दिवाली में रोशनी से जगमग हो रहा होगा, तब जम्मू क्षेत्र के 100 से ज्यादा गांवों में रोशनी के लिए दिये नहीं जलाए जाएंगे। बताया गया कि जब सीमा पर तनाव होता है तो सुरक्षा की दृष्टि से इन गाँवों में रात में रौशनी नही की जाती । दिवाली पर इन गांवों में दीये इसलिए नहीं जलाए जाएंगे, क्योंकि उन्हें डर है कि इस रोशनी से उनके घर सीमापार से पाकिस्तानी मोर्टार के निशाने बन सकते हैं।
वहीं आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में एक दर्जन से गांव तो उजाड़ बने हुए हैं, क्योंकि पाकिस्तान की तरफ से लगातार मोर्टार दागे जाने की वजह से वहां रहने वाले लोग अपने मवेशियों के साथ सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए हैं। इसके साथ ही कठुआ जिले में पहाड़पुर से लेकर अखनूर के नजदीक परगवाल तक जो लोग सुरक्षित स्थानों पर नहीं गए हैं, वे बिना लाइट और पटाखों के अपनी दिवाली मनाएंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि रोशनी करने से पाकिस्तानी सैनिको को अंदाजा हो जाता है कि यहाँ भारतीय सेना का ठिकाना हो सकता है । इसलिए वे रोशनी को निशाना बनाकर हमले करते हैं । लोगों ने कहा कि कई बार पाकिस्तान की तरफ से कई कई घण्टो तक लगातार मोर्टारों से हमले होते हैं । ऐसे में यहाँ रहना आसान नही होता ।
लोगों का कहना है कि हम अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर छोड़ आये हैं तथा दिवाली के दिन हम दीप जलाकर रोशनी नहीं करेंगे क्यों कि इससे हमे आसानी से निशाना बनाया जा सकता है । लोगों ने कहा कि ऐसा पहली बार नही हो रहा है । जब जब सीमा पर तनाव होता है उसका खामियाजा सीमा से सटे गाँव के लोगों को भी भुगतना पड़ता है ।