अज़हर मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए मनमोहन सरकार ने शुरू की थी पहल
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र द्वारा पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना अज़हर मसूद को वैश्विक आंतकी घोषित किया गया है। कूटनीतिक दृष्टि से इसे भारत की बड़ी जीत कहा जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा अज़हर मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित किये जाने के एलान के बाद जहाँ बीजेपी इसका श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को दे रही हैं वहीँ भारत के राजदूत और संयुक्त राष्ट्र में स्थाई प्रतिनिधि सईद अकबरुद्दीन के ट्वीट से खुलासा हुआ है कि भारत ने अज़हर मसूद को वैश्विक आंतकवादी घोषित करने के लिए वर्ष 2009 में प्रयास शुरू कर दिए थे।
गौरतलब है कि 2009 में केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए की सरकार थी और डा मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। संयुक्त राष्ट्र द्वारा अज़हर मसूद को वैश्विक आंतकवादी घोषित किये जाने के बाद डा मनमोहन सिंह ने कहा कि मुझे ख़ुशी हुई है कि यह काम सफल हुआ।
अज़हर मसूद पर पुलवामा सहित कई आतंकी हमलो शामिल होने का आरोप है और समय समय पर भारत अज़हर मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित किये जाने की मांग करता रहा है।
भारत के राजदूत और संयुक्त राष्ट्र में स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट कर कहा कि यह एक महत्वपूर्ण परिणाम है, हम पिछले कई वर्षो से इसके लिए प्रयास कर रहे थे और आज यह लक्ष्य हासिल हुआ है।
उन्होंने कहा कि अज़हर मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए सबसे पहले वर्ष 2009 में प्रयास शुरू हुए थे। मैं उन सभी देशो को धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने इस प्रयास में हमारा साथ दिया।