अयोध्या विवाद: 28वे दिन मुस्लिम पक्ष के वकील ने दिया बाबरनामा का हवाला

अयोध्या विवाद: 28वे दिन मुस्लिम पक्ष के वकील ने दिया बाबरनामा का हवाला

नई दिल्ली। अयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीमकोर्ट में चल रही नियमित सुनवाई के 28वे दिन मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने अपनी दलीलें जारी रखीं। धवन ने कोर्ट को बताया कि दूसरा पक्ष गजेटियर और बाबरनाम का चुनिंदा हिस्सों को ही अदालत में पेश कर रहे हैं, 1855 के पहले गजेटियर पर यकीन नहीं किया जा सकता।

धवन ने अदालत से में अपनी दलीलें रखते हुए कहा कि हिन्दू पक्षकार तो गजेटियर का हवाला अपनी सुविधा के मुताबिक दे रहे हैं, लेकिन गजेटियर कई अलग अलग समय पर अलग नजरिये से जारी हुए थे। इसलिए सीधे तौर पर ये नहीं कहा जा सकता कि बाबर ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई।

इस पर जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि कई पुरानी मस्जिदों में संस्कृत में भी कुछ लिखा हुआ मिल रहा है, वो कैसे है? इस सवाल के जबाव में राजीव धवन ने कहा कि क्योंकि बनाने वाले मजदूर कारीगर हिंदू होते थे तो वे अपने तरीके से इमारत बनाते थे।

धवन ने कहा कि मस्जिद बनाने का काम शुरू करने से पहले वो विश्वकर्मा और अन्य तरह की पूजा भी करते थे और काम पूरा होने के बाद यादगार के तौर पर कुछ लेख भी अंकित करते थे।

मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने बाबरनामा का हवाला दिया. राजीव धवन ने कहा कि वहां मंदिर ही बाबर ने बनाया था। हिन्दू पक्षकार तो गजेटियर का हवाला अपनी सुविधा के मुताबिक दे रहे हैं, लेकिन गजेटियर कई अलग अलग समय पर अलग नजरिये से जारी हुए थे। इसलिए किसी भी हाल में सीधे तौर पर ये नहीं कहा जा सकता कि बाबर ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई।

शुक्रवार को अदालत की कार्रवाही इन्ही विदुओं पर सुनवाई के बाद स्थगित कर दी गयी। इस मामले में सोमवार को 29 वे दिन की सुनवाई शुरू होगी। सोमवार को भी मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन अपनी दलीलें जारी रखेंगे।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital