अयोध्या: राम मंदिर को लेकर विहिप की धर्मसभा आज, हाई अलर्ट पर प्रशासन

अयोध्या: राम मंदिर को लेकर विहिप की धर्मसभा आज, हाई अलर्ट पर प्रशासन

लखनऊ ब्यूरो। अयोध्या में आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है लेकिन ये राहत अभी अस्थाई है क्यों कि आज के दिन प्रशासन के लिए एक और बढ़ी चुनौती है।

रविवार यानि कि 25 नवंबर को विश्व हिन्दू परिषद की धर्म सभा का आयोजन होना है। इस धर्म सभा में भाग लेने के लिए देशभर से लाखो की संख्या में विहिप कार्यकर्ताओं की अयोध्या मौजूदगी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी।

धर्म सभा के आयोजकों का दावा है कि भगवान राम के तीन लाख से अधिक भक्तों के इस सभा में आने की उम्मीद है। इनमें साधु, संतो के अलावा वीएचपी-बीजेपी-संघ और बजरंग दल के कार्यकर्ता होंगे।

हालाँकि रविवार को हो रही विहिप की धर्मसभा को सिर्फ चार घंटे की अनुमति दी गयी है और यह दोपहर 12.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक बड़ा भक्तमाल की बगिया में होगी।

इसलिए बढ़ा टेंशन :

धर्मसभा के आयोजन को लेकर विश्व हिन्दू परिषद ने धमकी दी है कि राम मंदिर निर्माण के लिए यह आखिरी धर्म सभा होगी। इसके बाद और सभाएं या प्रदर्शन नहीं होंगे और न ही किसी को समझाया जाएगा बल्कि सीधे मंदिर निर्माण होगा।

विहिप के संगठन सचिव भोलेंद्र ने कहा, ‘‘हमने पहले 1950 से 1985 तक 35 साल अदालती फैसले का इंतजार किया. इसके बाद 1985 से 2010 तक का समय हाईकोर्ट को फैसला देने में लग गया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने त्वरित सुनवाई की अर्जी दो मिनट में ठुकरा दी। दुर्भाग्य है कि 33 साल से रामलला टेंट में हैं. अब और इंतजार नहीं होगा।

हाई अलर्ट पर प्रशासन  :

विहिप के तेवरों को देखते हुए अयोध्या प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किये गए हैं। चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बलो और पुलिस को तैनात किया गया है। इतना ही नहीं इलाके की निगरानी के लिए कैमरों से लैस दो ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।

प्रशासन की माने तो अयोध्या में सुरक्षा और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप-महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो और ड्रोन तैनात किए गए हैं।

इसके अलावा सकरे रास्तो तक पहुँचने के लिए घोडा पुलिस की भी तैनाती की गयी है। सुरक्षा के मद्देनज़र फैज़ाबाद से अयोध्या तक पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

मुस्लिम परिवारों का पलायन :

अयोध्या में अचानक बढ़ी गतिविधियों के बाद सूबे का तापमान बढ़ गया है। इस बीच अयोध्या के कई मुस्लिम परिवारो द्वारा अयोध्या से बाहर पलायन करने की भी खबर है। हिन्दू संगठनों के लगातार दो दिन के कार्यक्रमों के आयोजन से अल्पसंख्यक समुदाय में दहशत का माहौल दिखाई दे रहा है।

कल शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे शिवसैनिकों के बाद अब विहिप बजरंगदल और अन्य हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं के जमावड़े से माहौल तनाव है और तरह तरह की अफवाहों का बाजार गर्म है।

इस बीच कुछ मुस्लिम परिवारों ने मामला शांत होने तक अयोध्या छोड़ना ही बेहतर समझा और वे अयोध्या में अपने घरो पर ताला डालकर आसपास के शहरो में अपने करीबियों और रिश्तेदारों के यहाँ के लिए निकल गए हैं।

खामोश है केंद्र सरकार :

अयोध्या में विहिप और हिन्दू संगठनों द्वारा आयोजित की जा रही धर्मसभा को लेकर केंद्र सरकार ने चुप्पी साध रखी है। अयोध्या में बढ़ते तनाव को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ अथवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। अभी यह भी साफ़ नहीं है कि क्या केंद्रीय गृह मंत्री ने अयोध्या में प्रशासनिक तैयारियों का ब्यौरा उत्तर प्रदेश सरकार से तलब किया है अथवा नहीं।

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TeamDigital